नई दिल्ली : हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स (Hindustan Aeronautics Ltd-HAL) में सरकार बड़ी हिस्सेदारी बेचने जा रही है। इस वित्त वर्ष में 2,867 करोड़ रुपये से अधिक जुटाने के लिए सरकार एयरोस्पेस और रक्षा कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स में अपनी 3.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रही है। इस खबर के बाद आज गुरुवार को कंपनी के शेयरों में लगभग 6% की तगड़ी गिरावट आई है। कंपनी के शेयर 2475 रुपये पर ट्रेड कर रहे हैं।
2,800 करोड़ रुपये जुटाने का मकसद
सरकार सार्वजनिक क्षेत्र की रक्षा कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) में अपनी 3.5 प्रतिशत हिस्सेदारी 2,450 रुपये प्रति शेयर के न्यूनतम मूल्य पर बेचेगी जिससे उसे करीब 2,800 करोड़ रुपये मिलने की संभावना है। एचएएल ने बुधवार को शेयर बाजारों को यह सूचना दी। इसके मुताबिक, सरकार एचएएल में अपनी हिस्सेदारी बेचने के लिए दो दिन की खुली बिक्री पेशकश (ओएफएस) लेकर आएगी। संस्थागत निवेशक बृहस्पतिवार को जबकि खुदरा निवेशक शुक्रवार को इसके शेयरों की खरीद कर पाएंगे।
सरकार के पास 75 फीसदी हिस्सेदारी
एचएएल में सरकार के पास फिलहाल 75.15 प्रतिशत हिस्सा है। इस हिस्सेदारी बिक्री से सरकार को अपना विनिवेश राजस्व बढ़ाने में मदद मिलेगी। सरकार ने अबतक केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रमों के विनिवेश और शेयर पुनर्खरीद के जरिये चालू वित्त वर्ष में 31,106.64 करोड़ रुपये जुटाए हैं। हालांकि, वित्त वर्ष 2022-23 के लिए विनिवेश लक्ष्य 65,000 करोड़ रुपये का रखा गया था लेकिन पिछले महीने इसे संशोधित कर 50,000 करोड़ रुपये कर दिया गया था।