नई दिल्ली : बिहार के सीतामढ़ी और पश्चिम चंपारण में धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को एक नया आयाम देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। सीतामढ़ी में मां सीता के सम्मान में एक भव्य मंदिर और पश्चिम चंपारण में लव-कुश पार्क के निर्माण की योजना साझा की गई है।
इस पहल से न केवल धार्मिक आस्था को बल मिलेगा, बल्कि स्थानीय रोजगार और पर्यटन को भी प्रोत्साहन मिलेगा। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने इस योजना की घोषणा करते हुए बताया कि सीतामढ़ी में 50 एकड़ भूमि पर मंदिर निर्माण होगा।
मंदिर के लिए बिहार सरकार 120 करोड़ रुपये और भारत सरकार 90 करोड़ रुपये का वित्तीय सहयोग प्रदान करेगी। इसके साथ ही, लव-कुश पार्क के निर्माण के लिए भारत सरकार 97 करोड़ रुपये की धनराशि आवंटित करेगी।
इस विकास परियोजना से उत्तर बिहार में धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को नई उचाइयां मिलेंगी। उपमुख्यमंत्री चौधरी ने कहा, मां सीता की भूमि सीतामढ़ी में भव्य सीता मंदिर बनेगा और उनके यशस्वी पुत्रों की स्मृति में पश्चिम चंपारण के बाल्मीकि नगर में लव-कुश पार्क का निर्माण कराया जाएगा।
इस घोषणा से स्थानीय निवासियों में उत्साह और आशा की एक नई लहर है। महात्मा ज्योतिराव फुले पार्क में कुशवाहा कल्याण परिषद के 51वें मिलन समारोह में, चौधरी ने आगे बताया कि विकास परियोजनाओं में सीतामढ़ी में जानकी बिहार परिसर में एक नया बजट होटल भी शामिल है।
29.87 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित यह होटल 2026 तक तैयार हो जाएगा, जिससे पर्यटकों के लिए सुविधाजनक और आधुनिक ठहरने की व्यवस्था होगी। कुल मिलाकर, इन परियोजनाओं से न केवल स्थानीय आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि यह बिहार के सांस्कृतिक और धार्मिक गौरव को भी प्रदर्शित करेगा।
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के अनुसार, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार विकास, सामाजिक न्याय, निवेश और रोजगार के साथ सांस्कृतिक गौरव की रक्षा का भी ध्यान रखती है। इस प्रकार, बिहार सरकार ने इन योजनाओं के माध्यम से एक नए और समृद्ध भविष्य की ओर एक कदम बढ़ाया है।