ग्वालियर : ग्वालियर पुलिस ने बंटी वाल्मीकि की संदिग्ध मौत के मामले में उसी के छोटे भाई सुनील वाल्मीकि को गिरफ्तार किया है. सुनील वाल्मीकि ने अपने बड़े भाई बंटी की इसलिए हत्या कर दी थी कि उसके संबंध अपनी भाभी यानी बंटी की पत्नी से थे. अवैध संबंधों में बंटी बाधक बना हुआ था. रास्ते का कांटा निकालने के लिए सुनील वाल्मीकि ने उस समय अपने बड़े भाई बंटी वाल्मीकि पर ईंट से हमला कर दिया जब वह अपने दोस्त रूपेश के साथ शराब पी रहा था. अचानक आए सुनील वाल्मीकि ने बंटी के सिर में भारी भरकम ईंट मार दी. वारदात के बाद बंटी का दोस्त रूपेश और उसका छोटा भाई दोनों ही वहां से भाग निकले.
तारागंज बिजली घर के पास रहने वाले बंटी के मकान मालिक ने जब रक्त रंजित बंटी को देखा तो उसके मुंह से चीख निकल गई. उसने तुरंत ही बंटी के घरवालों को घटना की सूचना दी. बंटी ने इसी महीने यह मकान किराए पर लिया था. पता चला कि मंगलवार की रात को बंटी ने अपने साथी रूपेश को शराब पीने के लिए घर बुलाया था. दोनों जब शराब पी रहे थे. तभी तो बंटी का छोटा भाई सुनील वहां पहुंचा और उनमें किसी बात को लेकर विवाद हो गया.
इसी दौरान ईंट से बंटी के सिर पर सुनील ने हमला कर दिया. दोनों ही मौके पर मौजूद लोग वहां से भाग निकले. तड़पते हुए बंटी ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था. पता चला है कि बंटी ने 8 साल पहले अपनी प्रेमिका से लव मैरिज की थी. उनके तीन बच्चे हैं. बंटी किराए पर ई रिक्शा चलवाता था. उसके छोटे भाई सुनील के अपनी भाभी से संबंध हो गए थे. इसको लेकर दोनों भाइयों में कई बार विवाद हुआ था.
पुलिस ने जब सुनील को गिरफ्तार किया तब उसने हत्या की वारदात को अंजाम देना कबूल कर लिया. सुनील बाल्मीकि के खिलाफ जनकगंज पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है. खास बात यह है कि बंटी की पत्नी को इस हत्या की जानकारी थी. लेकिन वह पति को ढूंढने के बहाने घर से निकल गई थी. बंटी विकलांग था और हलवाई का काम भी करता था.