नई दिल्ली l दिल्ली हाई कोर्ट ने दिवंगत ऐक्टर सुशांत सिंह राजपूत की जिंदगी पर बनने वाली फिल्मों के मेकर्स को नोटिस जारी किया है। यह नोटिस तब जारी किया गया जब हाल ही में ‘न्याय: द जस्टिस’ का ऑफिशल प्रोमो रिलीज किया गया था और फिर सुशांत के पिता ने ऐसी फिल्मों की रिलीज पर बैन की मांग की थी।
पिता की याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने निर्माताओं से जवाब मांगा है। पिता का कहना है कि सुशांत की जिंदगी पर कोई फिल्म बनाना निजता के मौलिक अधिकार का हनन है। उनके बेटे की जिंदगी पर कोई फिल्म या प्रकाशन से पहले उनके उत्तराधिकारी यानी परिजनों से मंजूरी लेना जरूरी है।
फिल्म में गलत चित्रण की कोशिश
सुशांत के पिता का पक्ष रखते हुए वकील विकास सिंह ने कहा कि इस फिल्म में गलत चित्रण करने का प्रयास भी किया गया है। यह काम उन लोगों ने ही किया है जिन पर सुशांत सिंह राजपूत को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप हैं। सिंह ने कहा कि सुशांत पर बनने वाली किसी भी फिल्म से उनकी मौत के केस के गवाह प्रभावित होंगे। इसके अलावा जनता के बीच भी इसके जरिए धारणा को बदलने की कोशिश की जा रही है।
परिवार की प्रतिष्ठा को पहुंचेगी चोट
सुशांत के पिता ने कहा कि उनके बेटे की मौत के जरिए बहुत से लोगों ने चर्चा पाने की कोशिश की है। इन लोगों ने अपने ढंग से पूरी कहानी को पेश किया है। उन्होंने कहा कि हमारे परिवार की प्रतिष्ठा की कीमत पर ऐसा किया गया है। सुशांत पर बनने वाली कोई फिल्म या वेब सीरीज परिवार की प्रतिष्ठा को चोट पहुंचाएगी।
2020 में अनाउंस हुई थीं कई फिल्में
बता दें, साल 2020 में कई फिल्ममेकर्स ने सुशांत की जिंदगी और मौत पर फिल्में अनाउंस की थीं। इंडियन मोशन पिक्चर प्रड्यूसर्स असोसिएशन (IMPPA) के अधिकारियों के मुताबिक, दोनों घटनाओं को लेकर कई फिल्मों के टाइटल्स रजिस्टर किए गए थे।
सुशांत पर बनने के लिए तैयार हैं ये फिल्में
IMPPA से मंजूरी के लिए सुशांत की मौत के इर्द-गिर्द जो टाइटल्स भेजे गए, उनमें ‘सुशांत सिंह राजपूत बायॉग्रफी’, ‘सुशांत’, ‘राजपूत: द ट्रुथ विन्स’ और ‘द अनसॉल्व्ड मिस्ट्री’ प्रमुख हैं। वहीं, इससे पहले ऐक्टर की जिंदगी को लेकर ‘न्याय: द जस्टिस’, ‘शशांक’ और ‘सूइसाइड ऑर मर्डर’ जैसी फिल्में अनाउंस हो चुकी हैं। ‘शशांक’ को करणी सेना के मेंबर सुरजीत सिंह राठौर को-प्रड्यूस कर रहे हैं।