लखनऊ : अक्टूबर-नवंबर महीने में धान कटाई के वक्त पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में पराली जलाने की घटनाएं बढ़ जाती है. ऐसे में हरियाणा और पंजाब की तरह उत्तर प्रदेश सरकार भी सख्त है. योगी सरकार पराली जलाने की घटनाओं पर सेटेलाइट से नजर रख रही है. योगी सरकार के नोटिफिकेशन के मुताबिक अगर कोई भी किसान पराली जलाते पाया गया तो उससे ऊपर भारी जुर्माना लिया जाएगा. साथ ही उसके ऊपर एफआईआर भी दर्ज किया जाएगा.
किसान पराली न जलाएं इसके लिए सरकार ने अधिकारियों को जागरूकता कार्यक्रम चलाने का निर्देश दिया. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश के सभी डीएम और मंडलयुक्तो इसके बारे में जानकारी भी दी. उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा वीडियो कांफ्रेसिंग में कहा कि पराली जलाने के वाले किसानों के ऊपर अब सेटेलाइट से नजर रखी जा रही रही. जैसे ही वह पराली जलाते हैं सैटेलाइट से स्पॉट करने के बाद उनको आईडेंटिफाई कर लिया जाएगा. इसके बाद उनपर भारी जुर्माना लगाया जाएगा. साथ ही एफआईआर भी दर्ज किया जाएगा.
लेखपालों की भी जिम्मेदारी तय की गई
किसान पराली न जलाएं इसके लिए राजस्व ग्राम के लेखपाल की जिम्मेदारी तय की गई. जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जाए जिससे ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके.सभी राजस्व लेखपालों की जिम्मेदारी होगी कि अपने क्षेत्र में पराली जलाने की घटनाएं न होने दे. सड़क किनारे, बाजार स्कूल पेट्रोल पंप पंचायत भवन आदि पर होर्डिंग लगवा कर किसानों को पराली न जलाने के बारे में जागरूक किया जाए. इसके बावजूद अगर किसान नहीं मानते हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और बड़ा जुर्माना लिया जाए.