कोरोना महामारी ने पूरे विश्व को अपनी जद में ले चुका है। एक तरफ महामारी का खतरा है तो दूसरी तरफ लोग आर्थिक तंगी से भी जूझ रहे हैं। ऐसे में गरीब एवं असहाय लोगों की मदद के लिए कुछ लोग सामने आए हैं। सहरसा के गायत्री शक्तिपीठ के ट्रस्टी डॉ अरूण कुमार जायसवाल उर्फ पप्पू जी शहरवासियों के लिए अपने कर्म बल से प्रेरणास्त्रोत बने हुए हैं। इस विषमय परिस्थिति में असहाय एवं जरूरतमंदों की सेवा तो कर ही रहे हैं साथ ही वे उन्हें मुफ्त आर्युर्वेदिक चिकित्सा भी उपलब्ध करा रहे हैं। गायत्री शक्तिपीठ में तो वैसे भी प्रत्येक दिन जरूरतमंदों को खाना खिलाया जाता है। लेकिन इस लॉकडाउन में जिले के शहरी क्षेत्र सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी विशेषकर बस्तियों में जाकर एक महीने से अनवरत पीडि़तों की सेवा की जा रही है। पटुआहा, डुमरैल, बस स्टैंड, स्टेशन परिसर, सराही, बटराहा, गंगजला सहित शहर के अन्य हिस्सों में जरूरतमंदों को भोजन के अलावा साबुन, सैनिटाइजर आदि की मदद पहुंचायी जा रही है। वे नियमित रूप से लोगों के बीच त्रिकुट चूर्ण भी वितरित करते है। वे कहते है कि इसमें सौंठ, छोटी पिपली एवं काली गोल मिर्च मिला हुआ रहता है। जो प्रदूषण से होने वाले वायरस सर्दी, कफ एवं खांसी को दूर करता है। साथ ही शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है। लोगों की सेवा में शक्तिपीठ के युवा मंडल के जवाहर, वेदप्रकाश, डॉ रौशन, सुशील, प्रखर, सनोज, चंदन, अमित, राजकुमार, सुनिल, विकास सहित जिला संयोजक हरीश लगे रहते हैं।