क्या आपने कभी सोचा है कि अगर सूरज निकले और डूबे ही न तो क्या होगा…या सूरज डूबे और निकले ही न तो कैसे कटेगी जिंदगी. यानी दिन हो और रात आए ही न और रात आए तो दिन ही न हो. इसकी बस कल्पना ही की जा सकती है, लेकिन आपको हम बताएं कि ये मात्र कल्पना नहीं हकीकत है. हमारे यहां रोज सुबह सूरज उगता है और रात भी रोज होती है, लेकिन जरूरी नहीं कि दुनिया में हर जगह लोगों की जिंदगी हमारी जैसी ही हो. पृथ्वी की संरचना और ब्रह्मांड के नियम अलग-अलग जगहों पर लोगों के सामने जीवन के अलग-अलग रूप पेश करते हैं.
यहां नहीं डूबता है सूरज
एक एसी जगह जहां साल में 69 दिन सूरज डूबता ही नहीं है. यहां सर्दियों में 90 दिनों तक सूरज दिखाई नहीं देता है और इतना ही नहीं गर्मी के मौसम में आधी रात को सूरज का निकला अपने आप में आकर्षण का केंद्र बना रहता है. जिसे देखने के लिए दुनिया भर से पर्यटक यहां आते हैं. यहां के लोगों की जिंदगी हमसे काफी अलग होती है.
विश्व के किस कोने में है ये स्थान?
आपको बताए कि ये अजीबो-गरीब बातें सोमरॉय आइलैंड की है. यहां चारों तरफ हरे भरे प्राकृतिक नजारे देखने को मिलते हैं और अपने व्हाइट सैंड सी बीच के लिए भी यह जगह काफी प्रसिद्ध है, जो नॉर्वे के पश्चिमी भाग में स्थित है और पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय है. यह पूरा द्वीप खूबसूरत समुद्र के बीच 84 एकड़ क्षेत्र में फैला है. यहां पहाड़ियों और पानी के बीच बने लकड़ी के खूबसूरत घर और होटल पर्यटकों को काफी आकर्षित करते हैं. यहां मछली पकड़ना और पर्यटक आय के मुख्य स्त्रोत हैं.
कैसे जीवन बीताते हैं यहां के लोग?
सोमरॉय द्वीप में ठंड आमतौर पर सबसे ज्यादा पड़ती है. फरवरी के महीने में यहां रात का तापमान माइनस 9 डिग्री तक होती है. वहीं, जुलाई में गर्मी पड़ती है, जहां रात का तापमान 9 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा नहीं होता. आपको बता दें कि यहां सालभर हिमपात देखने को मिलता है. जिसके कारण यहां प्राकृतिक सुंदरता बनी रहती है. यहां कि खास बात यह कि यहां सभी घर पानी के किनारे पर लकड़ी से बनी होती है, सभी घर को बनाने के लिए लाल लकड़ियों का इस्तेमाल किया जाता है.
पर्यटकों को समुद्री मछली पकड़ने का शौक
यहां वाले सभी पर्यटक समुद्री मछली पकड़ने का शौक रखते हैं. यहां ज्यादातर इलाका पानी से घिरे होने कारण काफी खूबसूरत नजर आती है. यहां घूमने के लिए सड़क मार्ग का सहारा लिया जाता है. मई से जुलाई के बीच सबसे गर्म का मौसम होता है और यहां रात नहीं होती. इसलिए इन दिनों पर्यटकों का आना लगा रहता है. इसे समर आइलैंड भी कहा जाता है. बता दें कि 18 मई से 26 जुलाई के बीच 24 घंटे के दिन के उजाले में अपना जीवन बीताते हैं. इस दौरान यहां हमेशा दिन होता है. यहां आने वाले सैलानी इस मौसम में आधी रात की सन सफारी का भरपूर लुत्फ उठाते हैं.
यहां रात के सूरज को बिना घड़ी देखें पहचान लेते हैं
सोमारोय आइलैंड के स्थानीय लोग चाहते हैं मिडनाइट सन के टाइम में यहां दुकानों, स्कूलों और दफ्तरों के टाइमटेबल को टाइम जोन फ्री करने कर देना चाहिए. उनका कहना है कि मिडनाइट सन के टाइम में हमारे लिए कुछ भी निश्चित समय के मुताबिक करना संभव नहीं होता इसलिए समय बदलने की जरूरत है, ताकि वो अपना काम अपने अनुसार कर सकें. यहां के लोग घड़ियों पर निर्भर रहने के बजाय मध्यरात्रि के महीने में स्वाभाविक रूप से सूर्य की पहचान करना भी जानते हैं. ऐसे लोग सूर्य की स्थिति और बदलते रंग से समय का अनुमान लगाकर ऐसा करते हैं. एक उज्ज्वल लेकिन नारंगी रंग का सूरज रात के समय को दर्शतात है, जबकि उच्च चमक वाला सूर्य दिन के समय को बताता है. यहां के पर्यटकों के लिए सब कुछ कल्पानिय है. यहां दुकानें चौबीसों घंटे चलती रहती हैं ताकि लोग जब चाहें यहां के अद्भुत प्राकृतिक दृश्य का आनंद ले सकें.