चंडीगढ़। हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने शनिवार आधी रात को अंबाला में जनता दरबार लगाया। इस दौरान उन्होंने रात में ही कई जिलों के पुलिस अधीक्षकों (एसपी) को फोन कर उनकी ‘नींद’ उड़ा दी। विज ने जनता की शिकायतों पर उचित कार्रवाई ने करने को लेकर पुलिस की लापरवाही के लिए अफसरों की जमकर खिंचाई भी की।
जानकारी के अनुसार, 69 वर्षीय मंत्री विज अपने गृह क्षेत्र अंबाला में हर शनिवार को जनता दरबार लगाते हैं, इस दौरान वह लोगों की शिकायतें सुनते हैं। इस शनिवार को शिकायतों की अधिक संख्या और लोगों की भीड़ के कारण जनता दरबार रात 1 बजे तक जारी रहा। इस दौरान मंत्री ने रात में ही कई जिलों के एसपी को फोन भी खटखटा दिए।
10 से अधिक मामलों में एसआईटी बनाने के आदेश
रविवार को जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, विज ने लोगों की शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए एक सहायक उपनिरीक्षक (ASI) सहित चार पुलिस कर्मियों को सस्पेंड करने के निर्देश जारी किए। उन्होंने 10 से अधिक मामलों में विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने के भी आदेश दिए।
बयान के मुताबिक, विज ने एसपी सिरसा को रात 12.30 बजे फोन कर पूछा कि मारपीट के एक मामले में कार्रवाई क्यों नहीं की गई? उन्होंने अधिकारी से पूछा, “एक व्यक्ति मेरे सामने मारपीट के मामले की शिकायत लेकर खड़ा है। पुलिस ने अभी तक इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार क्यों नहीं किया?” मंत्री ने इस मामले में तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
रात 12.15 बजे गृह मंत्री ने एसपी पलवल को फोन कर धमकी व मारपीट के मामले में कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। बयान के अनुसार, शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि एफआईआर में नामजद 15 आरोपियों में से केवल दो-तीन को ही गिरफ्तार किया गया था और उसे अब भी फरार लोगों द्वारा धमकाया जा रहा था।
लापरवाह पुलिस वालों पर कार्रवाई करने का आदेश
वहीं, विज ने रात 12.05 बजे एसपी चरखी दादरी को मामला दर्ज करने में विफल रहने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा। इस घटना में शिकायतकर्ता ने मंत्री से कहा था कि एक सड़क दुर्घटना मामले में आरोपी की पहचान करने के बावजूद ना तो अपराधी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया और न ही उसे गिरफ्तार किया गया।
रात 11.15 बजे एसपी करनाल को फोन कर विज ने दहेज प्रताड़ना के मामले की जानकारी ली, जिसमें एक महिला ने अपने दो बच्चों के साथ नहर में कूदकर खुदकुशी कर ली थी। मंत्री ने एसपी को आरोपी को तुरंत गिरफ्तार करने का निर्देश दिया।
विज ने एसपी सोनीपत को भी फोन किया और गोहाना के एक व्यक्ति द्वारा दर्ज कराई गई दहेज उत्पीड़न की एक अन्य शिकायत की स्थिति के बारे में पूछा। बयान के मुताबिक, इस मामले ने राज्य महिला आयोग का भी ध्यान खींचा था, जिसने इस मामले में अपनी रिपोर्ट दाखिल की थी। विज ने एसपी को एफआईआर दर्ज करने में हो रही देरी की जांच कर दोषी अधिकारियों को सस्पेंड करने का निर्देश दिया।