नई दिल्ली: ईरान के प्रॉक्सी कहे जाने वाले यमन के हूती विद्रोहियों ने इजरायल के नेवातिम एयरबेस को एक ‘बैलिस्टिक मिसाइल’ से निशाना बनाने का दावा किया है। इसके अलावा ग्रुप की ओर से कहा गया कि उसने यमन के अल-जौफ प्रांत के ऊपर एक अमेरिकी ‘एमक्यू-9 रीपर’ ड्रोन को मार गिराया है। हूती सैन्य प्रवक्ता याह्या सरेया ने अल-मसीरा टीवी पर प्रसारित एक बयान में कहा, ‘गाजा पट्टी में हमास और लेबनान में हिजबुल्लाह के समर्थन में, हमने नेवातिम एयरबेस की ओर एक हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल दागी। मिसाइल अपने लक्ष्य तक पहुंच गई।’ हूती विद्रोहियों ने अब तक कई ‘एमक्यू-9 रीपर’ ड्रोन मार गिराए हैं और अमेरिका ने इस पर चुप्पी साध रखी है। यह वही ड्रोन है जिसके लिए भारत ने करीब 3.5 अरब डॉलर की डील की है।
हूतियों के पास एक सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल 358 है जो इस ड्रोन को आसानी से मार गिरा सकती है। हूतियों को यह मिसाइल तकनीक ईरान से मिलती है लेकिन तेहरान इसका खंडन करता है। हूती साल 2014 से लेकर अब तक इस ताकतवर अमेरिकी ड्रोन को कई बार मार गिरा चुके हैं। इसीलिए कई एक्सपर्ट अमेरिका और भारत के बीच इस ड्रोन डील की आलोचना करते हैं। भारत कुल 31 रीपर ड्रोन अमेरिका से खरीद रहा है। यमन के अल मसीरा टीवी का संचालन हूती ग्रुप करता है।
हूतियों ने अमेरिकी ड्रोन पर क्या कहा?
सरेया ने कहा, ‘हमारे हवाई सुरक्षा बलों ने एक अमेरिकी एमक्यू-9 ड्रोन को मार गिराने में कामयाबी हासिल की, जो आज शुक्रवार तड़के अल-जौफ प्रांत के हवाई क्षेत्र में शत्रुतापूर्ण मिशन को अंजाम दे रहा था।’ प्रवक्ता ने कहा, ‘इस ड्रोन को मार गिराने के साथ ही नवंबर 2023 से अब तक इस तरह के कुल 12 ड्रोन मारे गए हैं।’ सारेया ने कहा, ‘हम इजरायली दुश्मन (लाल सागर में) पर नौसैनिक नाकाबंदी जारी रखेंगे। साथ ही फिलिस्तीनी और लेबनानी लोगों का समर्थन करते रहेंगे।’ उन्होंने आगे कहा कि ग्रुप के सैन्य अभियान ‘तब तक नहीं रुकेंगे जब तक गाजा और लेबनान पर इजरायली आक्रमण बंद नहीं हो जाता।’ इससे पहले, अल-मसीरा टीवी ने दावा किया कि अमेरिकी-ब्रिटिश गठबंधन ने यमन के होदेइदाह प्रांत पर दो हवाई हमले किए, जिसकी पुष्टि गठबंधन ने अभी तक नहीं की है।
यमन के अधिकांश हिस्से को नियंत्रित करने वाला हूती ग्रुप, क्षेत्रीय जल और उससे आगे के क्षेत्रों में ‘इजरायल से जुड़े’ जहाजों पर मिसाइल और ड्रोन हमले कर रहा है। ग्रुप इजरायल में भी मिसाइल और ड्रोन अटैक कर रहा है। उसका दावा है वह ये कार्रवाइयां गाजा में फिलिस्तीनियों के प्रति समर्थन जताने के लिए है. सितंबर के अंत से हूती ग्रुप ने हमले तेज कर दिए हैं, जब इजरायल ने बेरूत के दक्षिणी उपनगर में एक एयर स्ट्राइक में हिजबुल्लाह के पूर्व प्रमुख हसन नसरल्लाह को मार गिराया था। इसके जवाब में, इजरायली सेना ने यमन में हूती ठिकानों पर हवाई हमले शुरू किए हैं। वहीं पानी में तैनात अमेरिकी-ब्रिटिश नौसैनिक गठबंधन ग्रुप को रोकने के लिए उसके ठिकानों पर छिटपुट हमले कर रहा है।