Saturday, May 10, 2025
नेशनल फ्रंटियर, आवाज राष्ट्रहित की
  • होम
  • मुख्य खबर
  • समाचार
    • राष्ट्रीय
    • अंतरराष्ट्रीय
    • विंध्यप्रदेश
    • व्यापार
    • अपराध संसार
  • उत्तराखंड
    • गढ़वाल
    • कुमायूं
    • देहरादून
    • हरिद्वार
  • धर्म दर्शन
    • राशिफल
    • शुभ मुहूर्त
    • वास्तु शास्त्र
    • ग्रह नक्षत्र
  • कुंभ
  • सुनहरा संसार
  • खेल
  • साहित्य
    • कला संस्कृति
  • टेक वर्ल्ड
  • करियर
    • नई मंजिले
  • घर संसार
  • होम
  • मुख्य खबर
  • समाचार
    • राष्ट्रीय
    • अंतरराष्ट्रीय
    • विंध्यप्रदेश
    • व्यापार
    • अपराध संसार
  • उत्तराखंड
    • गढ़वाल
    • कुमायूं
    • देहरादून
    • हरिद्वार
  • धर्म दर्शन
    • राशिफल
    • शुभ मुहूर्त
    • वास्तु शास्त्र
    • ग्रह नक्षत्र
  • कुंभ
  • सुनहरा संसार
  • खेल
  • साहित्य
    • कला संस्कृति
  • टेक वर्ल्ड
  • करियर
    • नई मंजिले
  • घर संसार
No Result
View All Result
नेशनल फ्रंटियर
Home कला संस्कृति

भगवान गणेश की कैसे और क्यों हुई दो शादियां, जानिए पौराणिक कथा

Jitendra Kumar by Jitendra Kumar
23/09/23
in कला संस्कृति, धर्म दर्शन
भगवान गणेश की कैसे और क्यों हुई दो शादियां, जानिए पौराणिक कथा

google image

Share on FacebookShare on WhatsappShare on Twitter

गणेश उत्सव की धूम पूरे देश में देखने को मिल रही है. गणेश चतुर्थी से शुरू हुआ ये पर्व 10 दिनों तक मनाने की परंपरा है जिसके बाद बप्पा की प्रतिमा का श्रद्धा भाव से विसर्जन कर दिया जाता है. जैसे जैसे समय बीतता जा रहा है वैसे वैसे बप्पा की विदाई का समय भी नजदीक आता जा रहा है. गणेश उत्सव के मौके पर हम भी आपको बप्पा से जुड़ी कई रोजच जानकारी लगातार पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं. इसी कड़ी में आज बात भगवान गणेश के विवाह की करेंगे.

ये तो हर किसी को पता है कि भगवान गणेश की दो शादियां हुई थीं, एक रिद्धि से और दूसरी सिद्धि से और उनसे उनके दो पुत्र हुए जिन्हें हम शुभ और लाभ के तौर पर जानते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि भगवान गणेश की दो शादियां क्यों हुई, ऐसी कौन सी परिस्थिति उत्पन्न हो गई कि गणेश जी को रिद्धि और सिद्धि, दोनों से विवाह करना पड़ा, इसके पीछे क्या रहस्य है और पौराणिक कथाओं में इसका क्या वर्णन ने आइए जानते हैं.

भगवान गणेश के विवाह को लेकर दो कथाएं

भगवान गणेश के विवाह को लेकर मुख्य रूप से दो कथाएं प्रचलित हैं. इनमें से एक कथा में तुलसी का वर्णन मिलता है, साथ में ये भी बताया गया है कि आखिर भगवान गणेश को तुलसी दल क्यों नहीं अर्पित किया जाता. पौराणिक कथा के मुताबिक एक बार भगवान गणेश तपस्या कर रहे थे तभी वहां से गुजर रहीं तुलसी की नजर उन पर पड़ी और वो भगवान गणेश पर मोहित हो गई. वह उनसे विवाह करना चाहती थी. लेकिन भगवान गणेश ब्रह्मचर्य का पालन करने लगे थे, इसलिए उन्होंने तुलसी से विवाह करने से इनकार कर दिया. विवाह प्रस्ताव ठुकराए जाने से नाराज तुलसी ने भगवान गणेश को श्राप दिया की उनके दो विवाह होंगे. इस पर भगवान गणेश ने भी तुलसी को श्राप दे दिया कि उनका विवाह एक असुर से होगा. मान्यता है कि इसके बाद से भी भगवान गणेश को तुलसी अर्पित करना वर्जित माना गया है.

जब भगवान गणेश की आदत से परेशान हो गए देवी देवता

एक अन्य पौराणिक कथा के मुताबिक भगवान गणेश की शरीर की बनावट के चलते कोई भी उनसे विवाह नहीं करना चाहता था. इससे परेशान होकर वह ब्रह्मचर्य का पालन करने लगे. इसी के साथ वह अन्य किसी का विवाह भी नहीं होने देते थे. जिस किसी का भी विवाह होता था, वो उसमें विघ्न उत्पन्न कर देते थे. उनके इस काम में उनका वाहन मूषक भी उनका साथ देता था. उनकी इस आदत से देवी देवता काफी परेशान रहने लगे.

इस समस्या को लेकर एक दिन वह ब्रह्माजी के पास पहुंचे. देवी देवताओं की परेशानी सुन ब्रह्माजी ने अपनी दोनों मानस पुत्रियों को गणेश जी के पास शिक्षा लेने भेजा. भगवान गणेश ब्रह्मा जी की आज्ञा मानते हुए उनकी दोनों पुत्रियों को शिक्षा देने लगे. इस बीच जब भी किसी विवाह की सूचना आती तो रिद्धि सिद्धि भगवान गणेश और मूषक राज दोनों का ध्यान भटका देतीं, जिससे धीरे-धीरे विवाह होने लगे. लेकिन ये बात ज्यादा दिनों तक भगवान गणेश से छिप नहीं पाई. जैसे ही उन्हें रिद्धि सिद्धि के इस काम के बारे में पता चला, वह काफी क्रोधित हुए. वह रिद्धि सिद्धि को श्राप देने ही वाले थे कि तभी ब्रह्माजी वहां पहुंच गए और उन्होंने भगवान गणेश को सुझाव दिया कि वो रिद्धि सिद्धि से ही विवाह कर लें. ब्रह्माजी के सुझाव को मानते हुए भगवान गणेश ने रिद्धि सिद्धि से विवाह किया और इस तरह उनकी दो शादी हो गईं.

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

About

नेशनल फ्रंटियर

नेशनल फ्रंटियर, राष्ट्रहित की आवाज उठाने वाली प्रमुख वेबसाइट है।

Follow us

  • About us
  • Contact Us
  • Privacy policy
  • Sitemap

© 2021 नेशनल फ्रंटियर - राष्ट्रहित की प्रमुख आवाज NationaFrontier.

  • होम
  • मुख्य खबर
  • समाचार
    • राष्ट्रीय
    • अंतरराष्ट्रीय
    • विंध्यप्रदेश
    • व्यापार
    • अपराध संसार
  • उत्तराखंड
    • गढ़वाल
    • कुमायूं
    • देहरादून
    • हरिद्वार
  • धर्म दर्शन
    • राशिफल
    • शुभ मुहूर्त
    • वास्तु शास्त्र
    • ग्रह नक्षत्र
  • कुंभ
  • सुनहरा संसार
  • खेल
  • साहित्य
    • कला संस्कृति
  • टेक वर्ल्ड
  • करियर
    • नई मंजिले
  • घर संसार

© 2021 नेशनल फ्रंटियर - राष्ट्रहित की प्रमुख आवाज NationaFrontier.