नई दिल्ली: वॉट्सऐप हमारी लाइफ का एक अहम हिस्सा बन चुका है, और रोजमर्रा के कई काम अब इसके बिना मुमकिन ही नहीं लगते हैं. वॉट्सऐप की एक बात जो सबसे खास है, वह ये है कि इसके मैसेज एन्क्रिप्शन के साथ आते हैं. कंपनी हमेशा ये दावा करती है कि इसपर शेयर किए जा रहे मैसेज, टेक्स्ट, फोटो, वीडियो सबकुछ एंड टू एंड एन्क्रिप्डेट होते हैं, और कोई इसमें ताक-झांक या छेड़छाड़ नहीं कर सकता है. लेकिन जब कई लोग ये शिकायत करते हैं कि उनका वॉट्सऐप हैक हो गया है तो ऐसा कैसे हो जाता है.
पिछले हफ्ते एनसीपी-एसपी सांसद सुप्रिया सुले ने दावा किया है कि उनका फोन हैक हो चुका है. सुले ने कहा कि उनके वॉट्सऐप अकाउंट की हैकिंग के बाद हैकर्स ने उन्हें एक मैसेज भेजा है. इस मैसेज में सुले से 400 डॉलर यानी (33,585.94 रुपये) की मांग की गई.
बाद में, X पर एक पोस्ट में, सुले ने लोगों से आग्रह किया कि वे ‘कभी भी किसी के साथ ओटीपी शेयर न करें या अनजान लिंक पर क्लिक न करें’. उन्होंने लिखा, ‘फोन और वॉट्सऐप अब फिर से काम कर रहे हैं.’ साथ ही उन्होंने मदद के लिए पुणे ग्रामीण पुलिस और वॉट्सऐप सपोर्ट को धन्यवाद किया.
लेकिन सवाल ये है कि अगर वॉट्सऐप एन्क्रिप्टेड है तो ये हैकिंग कैसे हो जाती है तो बता दें कि कई बार हैकिंग हमारी छोटी सी गलती या लापरवाही के कारण भी ऐसा हो सकता है.
टू-स्टेप वेरिफिकेशन
जैसा कि सुप्रिया सुले ने सलाह दी कि किसी के साथ OTP से शेयर नहीं करना चाहिए. होता क्या है कि अगर आपने वॉट्सऐप पर टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन ऑन भी रखा है तो भी आपको थोड़ी सावधानी बरतने की जरूरत है.
टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन से सिक्योरिटी काफी बढ़ जाती है, जिसके लिए आपको एक पिन सेट करना पड़ता है. वॉट्सऐप आपसे कभी-कभी इस पिन को डालने के लिए कहता है, जिसके बाद ही वॉट्सऐप चैट को एक्सेस किया जा सकता है. अगर आप ये सिक्योरिटी पिन किसी के साथ अनजाने में शेयर कर देते हैं या फिर किसी को पता चल जाता है तो आपके अकाउंट के हैक होने का पूरा चांस रहता है.
रजिस्ट्रेशन कोड न शेयर करें…
जब ऑन रहता है तो जब भी लिंक्ड डिवाइस के लिए फोन नंबर डाल कर लॉगइन किया जाता है तो फोन पर एक रजिस्ट्रेशन कोड आता है. तो अगर आपको कोई झांसा देकर आपसे वह कोड हासिल कर लेता है तो वह आपके अकाउंट का पूरा एक्सेस ले सकता है, और इस्तेमाल करके किसी को भी मैसेज भेज सकता है.
अनजान लिंक पर क्लिक करें…
तीसरा कारण जिस वजह से हैकिंग हो सकती है, वह ये है कि अगर आपको मैसेज या ईमेल के जरिए कोई अनजान लिंक मिलता है और आप गलती से भी उसपर क्लिक कर देते हैं तो आपका फोन हैक होने का डर रहता है. अगर किसी के पास आपके फोन का एक्सेस चला गया तो वह वॉट्सऐप तक तो आराम से पहुंच सकता है.