देहरादून l उत्तराखंड सरकार अब अंत्योदय योजना के तहत अति गरीब महिलाओं और परिवारों को तीन गैस सिलेंडर हर साल मुफ्त देने की कवायद कर रही है. इसी कड़ी में खाद्य नागरिक एवं आपूर्ति मंत्री रेखा आर्य ने अधिकारियों को प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए हैं. अपनी चुनावी घोषणा को अमली जामा पहनाने के लिए आर्य कैबिनेट के अप्रूवल के लिए इस प्रस्ताव को अगली मीटिंग में रखने की कवायद कर रही हैं. कैबिनेट के अप्रूवल के बाद इस मामले पर सरकार आगे सकारात्मक फैसला ले सकती है.
आर्य ने राशनकार्ड धारकों और राशन विक्रेताओं की समस्याओं के निराकरण करने के निर्देश अधिकारियों को दिए. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना और राज्य खाद्य योजनाओं को लेकर भी उन्होंने सख्त रुख इख्तियार किया, जब बीते 21 अप्रैल को आर्य ने खाद्य विभाग की समीक्षा बैठक की. इस बैठक में आर्य ने भ्रष्ट अधिकारियों को चेताते हुए कहा कि करप्शन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और करप्ट अफसरों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. साथ ही उन्होंने कई बिंदुओं पर निर्देश दिए.
उत्तराखंड की मंत्री रेखा आर्य ने खाद्य विभाग की समीक्षा बैठक की.
- राशन की दुकानों को CSC सेन्टर्स के रूप में व्यवस्थित करने की कार्रवाई की जाए.
- बाट-माप तोल विभाग भी राज्य उपभोक्ताओं के हितों में काम करे.
- अधिकारी समय पर ऑफिस आएं. किसी उपभोक्ता को कोई दिक्कत न आए.
- सरकारी राशन दुकानों में अब फोर्टीफाइड नमक यानी सेंधा नमक और अन्य खाद्य पदार्थ भी मिलेंगे.
कितनी आबादी को मिलेंगे मुफ्त सिलेंडर?
देहरादून से संवाददाता सुनील नवप्रभात ने बताया कि नई सरकार बनने के बाद विधानसभा में मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने जो बजट पेश किया था, उसमें मुफ्त सिलेंडर मुहैया करवाए जाने को लेकर 18 करोड़ की राशि की व्यवस्था की गई थी. राज्य सरकार करीब 1.84 लाख परिवारों को हर साल रसोई गैस के तीन सिलेंडर मुफ्त देने का पूरा मन बना चुकी है. गौरतलब है कि गैस सिलेंडर के दाम 500 रुपये से ज़्यादा न बढ़ने देने की चुनावी घोषणा कांग्रेस ने भी की थी.
उत्तराखंड सरकार अंत्योदय कार्ड धारकों को 3 मुफ्त सिलेंडर देने की योजना पर आगे बढ़ रही है, तो आपको यह भी बता दें कि राज्य में इन कार्डधारकों की क्या स्थिति है. कुमाऊं मंडल में देखें तो उधमसिंह नगर में सबसे ज़्यादा 17,469 ऐसे कार्डधारक हैं और उसके बाद अल्मोड़ा में 13,757. एक खबर के मुताबिक गढ़वाल मंडल में हरिद्वार में सबसे ज़्यादा 37,006 अंत्योदय कार्डधारी हैं और फिर टिहरी में 22,686. कुल मिलाकर कुमाऊं में 72 हज़ार से ज़्यादा और गढ़वाल में करीब 1.12 लाख ऐसे कार्डधारक हैं.