इजराइल और फिलिस्तीन के चरमपंथी संगठन हमास फिर एक बार सामने-सामने हैं. हमास ने बीते शनिवार को गाजा पट्टी से इजराइल पर राॅकेट से हमला किया. इससे आक्रोशित इजराइल ने युद्ध का ऐलान कर दिया. फिलिस्तीन में अन्य इस्लामिक संगठनों से हमास सबसे ताकतवर है. गाजा पट्टी पर उसका शासन है. हमास की स्थापना इजराइल के खिलाफ विद्रोह करने की लिए की गई थी. आइए जानते हैं कि हमास कितना ताकतवर है. इजराइल और फिलिस्तीन के बीच विवाद की असली वजह क्या है.
युद्ध को लेकर इजराइल ने फिलिस्तीन और गाजा पट्टी की सीमा से लगे इलाको में रह रहे अपने नागरिकों के लिए अलर्ट जारी कर दिया है. इन इलाकों में रह रहे नागरिकों से घरों के अंदर रहने को कहा गया है. हालांकि यह पहली बार नही हैं, जब फिलिस्तीनी हमास और इजराइल के बीच संघर्ष हो रहा है. इन दोनों देशों को विवाद कई वर्षो पुराना है.
क्या है ताजा विवाद?
इजराइल का नियंत्रण वेस्ट बैंक और अल अक्शा मस्जिद पर है, जिसे हमास इजराइल के कब्जे से मुक्त कराना चाहता है. हमास का कहना है कि मई 2021 में इजरायल ने यरुशलम में मुसलमानों के पवित्र अल अक्सा मस्जिद को नुकसान पहुंचाया था. इजरायल ने गाजा पट्टी में कई दशकों से की घेराबंदी कर रखी है, जिससे वहां रहने वाले लोगों को अनाज और जरूरी दवाओं की भीषण तंगी का सामना करना पड़ता है. इन सब का बदला लेने के लिए हमास ने इजराइल पर हमला किया.
कहां से शुरू हुआ विवाद, जो नहीं हो रहा खत्म ?
इन दोनों देशों के बीच विवाद की शुरुआत प्रथम विश्व युद्ध के दौरान हुई. उस्मानिया सल्तनत को हार का सामना करना पड़ा और मध्य-पूर्व में फिलिस्तीन नाम के हिस्से पर ब्रिटेन ने कब्जा कर लिया, जिसके बादन अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने ब्रिटेन को फिलिस्तीन के लिए राष्ट्रीय घर की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी सौंपी. यहूदियों और अरब दोनों ने अपना- अपना दावा पेश किया और यहीं से दोनों देशों के बीच विवाद शुरू हो गया. इस विवाद को ब्रिटिश भी नहीं निपटा सकें. उसके बाद 1947 में यहूदियों और फिलिस्तीनियों का मामला संयुक्त राष्ट्र में पहुंचा और जहां यहूदियों की संख्या ज्यादा है, उसे इजराइल और बाकी बचे अरब बहुसंख्यकों को फिलिस्तीन देने पर फैसला किया है.
कितना ताकतवर है हमास?
हमास इजराइल सेना के आगे कहीं नहीं टिकता है, लेकिन उसे नजरअंदाज करना इजराइल के लिए भारी पड़ सकता है. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार हमास रॉकेट से लेकर मोर्टार और ड्रोन अटैक तक से लैस है. हमास अपने हथियारों का निर्माण गाजा पट्टी में ही करता है. वहीं इजराइल दावा करता है कि हमास को ईरान से हथियार बनाने की मदद मिलती है. इजराइल यह भी दावा करता है कि उसे कतर जैसे कई इस्लामिक देशों से फंडिंग मिलती है.