नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ग्रीन कॉरिडोर के तहत तीन पुल, दो बांध और एक फ्लाईओवर बनाने का काम तेजी से चल रहा है. लखनऊ विकास प्राधिकरण के इस प्रोजेक्ट के दूसरे चरण का औसतन 55 फीसदी काम पूरा हो चुका है. इसमें पक्का पुल से सूरजकुंड तक बनने वाला फ्लाईओवर भी शामिल है. हालांकि, हनुमान सेतु से समता मूलक चौराहे का यह कार्य 75 फीसदी हो चुका है, जिस पर जुलाई तक वाहनों का आवागमन शुरू होने की उम्मीद है. दूसरे चरण का पूरा कार्य दिसंबर तक पूरा होगा।
ग्रीन कॉरिडोर में अहम भूमिका अदा करने वाला पुल सूरजकुंड पार्क के सामने गोमती नदी पर दिन-रात बन रहा है. गोमती नदी के भीतर बनने वाले सभी पिलर आपस में कनेक्ट होने लगे हैं. यानी एक पिलर से दूसरे को ढलाई के जरिये जोड़ा जा रहा है. यह अलग बात है कि मनकामेश्वर मंदिर की तरफ के तीन पिलर अभी निर्माणाधीन हैं. इस पुल के जरिये आईआईएम रोड की तरफ से आने वाला यातायात हनुमान सेतु व समतामूलक होकर गंतव्य को जा सकेगा.
मेहंदीघाट पर दो नए पुल बन रहे
मेहंदीघाट पर सेतु निगम के द्वारा दो नए पुलों का निर्माण किया जा रहा है. खदरा में यह पुल पुराने पुल के पास ही बन रहा है. जबकि मेहंदीघाट पर यह पुल पीपे वाले पुल की जगह पर बनाया जा रहा है. दोनों जगहों पर निर्माण की गति पकड़ चुकी, जिससे दिन-रात काम चल रहा है. इन पुल के बनने से जनेता को आवागमन में बहुत सहूलियत मिलेगी.
जुलाई तक बन जाएगा फोरलेन
हनुमान सेतु मंदिर से निशातगंज गोमती नदी पुल तक की फोरलेन सड़क जुलाई तक बन जाएगी. सड़क को चौड़ा करने के लिए बंधे के एक तरफ से दीवार की ढलाई करके उसमें मिट्टी भराई का काम चल रहा है. कंक्रीट की इस दीवार के बनते ही बांध को चौड़ा करके फोरलेन सड़क बनाने का काम शुरू हो जाएगा.उम्मीद है कि यह फोरलेन सड़क जुलाई तक बन जाएगी.
हजरतगंज-निशातगंज सड़क पर गोमती नदी एवं कुकरैल नदी की तरफ से बन रहे बांध और पुल को आपस में जोड़ने की तैयारी तेजी से चल रही है. गोमती नदी किनारे बनाए गए पुल पर ऊपरी सतह की ढलाई की जा रही है. निशातगंज जाने वाली सड़क और पुल के बीच के खाली हिस्से की मिट्टी से भराई हो चुकी है.