नई दिल्ली: 10 सिंतबर को आयोजित किए गए सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) के वार्षिक सम्मेलन में पीएम मोदी और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शिरकत की. इस मौके पर पीएम मोदी ने मोटर व्हीकल मैन्युफैक्चर्स इंड्रस्टी के प्रतिनिधियों से वैश्विक स्तर पर अपनाए जाने वाले तौर-तरीकों को भारत में लाने के लिए कहा और साथ ही हरित और स्वच्छ परिवहन पर काम करने के लिए कहा.
इसके अलावा नितिन गडकरी ने कहा कि भारत का इलेक्ट्रिक वाहन बाजार 2030 तक एक करोड़ इकाई सालाना बिक्री का आंकड़ा छू लेगा, जिससे 5 करोड़ नौकरियां पैदा होंगी.
पीएम मोदी और नितिन गडकरी ने क्या कहा?
पीएम मोदी ने सियाम कान्फ्रेंस में अपने लिखित संबोधन में कहा कि मोटर वाहन उद्योग आर्थिक वृद्धि को ज्यादा बढ़ावा देगा. पीएम ने कहा कि हम 2047 तक विकसित भारत के अपने सामूहिक लक्ष्य की ओर बढ़ रहे हैं. इसके अलावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का कहना है कि लिथियम-आयन बैटरियों की लागत में और कमी आने की उम्मीद है, जिससे किफायत में मदद मिलेगी.
इससे पहले केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि अगले 2 सालों में इलेक्ट्रिक गाड़ियों की कीमत पेट्रोल और डीजल कारों के बराबर होगी. नितिन गडकरी ने 64th ACMA एनुअल सेशन के दौरान ये बात कही.
गडकरी ने आगे कहा कि उन्हें वित्त मंत्री के इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर सब्सिडी देने से कोई समस्या नहीं है. हालांकि पहले उन्होंने सुझाव दिया था कि ईवी निर्माताओं को अब सब्सिडी की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि उनके प्रोडक्शन की लागत कम हो गई है और कंज्यूमर्स अब अब इलेक्ट्रिक वाहन का विकल्प चुन रहे हैं. भारत में पिछले साल इलेक्ट्रिक व्हीकल का मार्केट शेयर 6.3 फीसदी था, जो कि इससे पिछले साल की तुलना में 50 फीसदी ज्यादा है.