रायपुर: विधानसभा चुनाव के बाद छत्तीसगढ़ की कमान राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट को सौंप दी गई है। छत्तीसगढ़ के नए प्रभारी बनने के बाद पहली बार सचिन पायलट प्रदेश के दौरे पर आ रहे हैं। पायलट 11 जनवरी को रायपुर आने वाले हैं। विधानसभा में हर के बाद अब लोकसभा चुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं, नेताओं को कैसे एकजुट करना है इन चुनौती के साथ पायलट छत्तीसगढ़ पहुंचेंगे। लोकसभा चुनाव और छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली भारत जोड़ो न्याय यात्रा के विषय में बैठक कर चर्चा की जाएगी।
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस पार्टी की अप्रत्याशित हार के बाद प्रदेश में कांग्रेस के तमाम नेता और कार्यकर्ता इधर-उधर हो गए है। यानी यह भी कहा जा सकता है कि निष्क्रिय हो गए हैं। सत्ता जाने के कारण बहुत से नेता लोगों के बीच जाना भी बंद कर दिए है। वही पार्टी ने प्रदेश की हार के बाद छत्तीसगढ़ की प्रभारी कुमारी शैलजा को पद से हटाकर राजस्थान के युवा नेता सचिन पायटल को प्रदेश की जिम्मेदारी सौप दी है। अब प्रभारी बनने के बाद हार के गम में डूबी कांग्रेस को लोकसभा चुनाव के लिए गर्म जोशी से तैयार करने की चुनौती का सामना करने सचिन 11 जनवरी को छत्तीसगढ़ पहुंच रहे है।
बतादें कि छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है। विधानसभा चुनाव में भाजपा जहां हारी वहां से बैठक कर सभी 11 सीटें जीतने का दावा कर रही है। पहली प्रदेश स्तर की बैठक कर भाजपा इसे भी गोपनीय रख रही है। वही लोकसभा के मद्देनजर अब तक कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ताओं तो क्या, नेताओं के साथ चुनावी चर्चा नही कर सकी है। कांग्रेस की चर्चा चुनावी हार पर हुई, जिसमें भी प्रदेश के नेता एक दूसरे पर आरोप गढ़ते दिखाई दिए। ऐसे में नए प्रभारी बनकर छत्तीसगढ़ पहुंचे पायलट के कंधो पर बड़ी जिम्मेदारी रहेगी।