नई दिल्ली : टी20 वर्ल्ड कप 2024 जून के महीने में यूएसए और वेस्टइंडीज में खेला जाना है. इस टी20 वर्ल्ड कप के आगाज में पांच महीने से भी कम का समय बचा हुआ है. मगर भारतीय टीम अब तक अपना सही कॉम्बिनेशन भी ढूंढ नहीं पाई है. राहुल द्रविड़ की कोचिंग वाली टीम इंडिया में काफी समस्याएं दिख रही हैं.
WC में टीम इंडिया का कौन होगा कप्तान?
बड़ी बात ये है कि टी20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम का कप्तान कौन होगा ये तय नहीं है. अफगानिस्तान सीरीज में भारतीय टीम की कप्तानी रोहित शर्मा कर रहे हैं, जिन्होंने काफी लंबे समय बाद टी20 इंटरनेशनल मैच खेला. द्रविड़ ये साफ कर चुके हैं ये तीन मैच टी20 वर्ल्ड कप के लिए चयन का आधार नहीं होंगे. द्रविड़ ने भी ये जोर देकर कहा कि आईपीएल 2024 में प्रदर्शन के आधार पर ही वर्ल्ड कप टीम चुनी जाएगी.
ऐसे में आगामी आईपीएल में रोहित शर्मा और विराट कोहली का भी प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा, तो उन्हें भी वर्ल्ड कप से बाहर रहना पड़ सकता है. वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम के कप्तानी के दावेदारों में मुख्य रूप से हार्दिक पंड्या, सूर्यकुमार यादव और रोहित शर्मा का नाम शामिल है. सूर्या और हार्दिक फिलहाल इंजरी से जूझ रहे हैं और उनकी मैदान पर वापसी की डेट तय नहीं है. ऐसे में रोहित शर्मा का दावा कप्तानी के लिए मजबूत नजर आता है.
क्या टी20 वर्ल्ड कप में ईशान को मिलेगा चांस?
टी20 वर्ल्ड कप के लिए सबसे ज्यादा जद्दोजहद विकेटकीपर के सेलेक्शन को लेकर भी होगी. ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के खिलाफ हालिया टी20 सीरीज के लिए विकेटकीप बल्लेबाज के तौर पर जितेश शर्मा और ईशान किशन को स्क्वॉड में चुना गया था. फिर अफगानिस्तान सीरीज में जितेश के साथ-साथ संजू सैमसन को भी स्क्वॉड में जगह मिली है.
जितेश अबतक आठ टी20 मैच खेल चुके हैं, लेकिन उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है. जितेश 16.66 की औसत से 100 रन ही बना पाए है. ईशान किशन और संजू सैमसन भी टुकड़ों में अच्छा प्रदर्शन कर पाए हैं. ईशान ने 32 टी20 मैचों में 25.67 के एवरेज से 796 रन बनाए हैं. जबकि संजू सैमसन ने 24 टी20 मैच खेलकर 374 रन बनाए हैं.
जितेश, ईशान और संजू के अलावा भारत के पास केएल राहुल का विकल्प भी है. हालांकि राहुल ने अपना आखिरी टी20 इंटरनेशनल मैच नवंबर 2022 में खेला था. राहुल के पास आईपीएल के जरिए चयनकर्ताओं को लुभाने का मौका रहेगा. अगर राहुल ने आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन किया तो बतौर विकेटकीपर उनकी लॉटरी लग सकती है. वैसे भी राहुल शानदार फॉर्म में चल रहे हैं और उन्होंने साउथ अफ्रीकी सीरीज से टेस्ट क्रिकेट में भी वापसी की थी.
ओपनिंग स्लॉट और बॉलिंग यूनिट में भी कई दावेदार
ओपनिंग स्लॉट, मिडिल ऑर्डर और गेंदबाजी यूनिट को लेकर भी कुछ तय नहीं है. ओपनिंग स्लॉट के लिए रोहित शर्मा के साथ ही ऋतुराज गायकवाड़, शुभमन गिल और यशस्वी जायसवाल जैसे युवा खिलाड़ी रेस में हैं. वहीं मिडिल ऑर्डर के लिए रिंकू सिंह, श्रेयस अय्यर, तिलक वर्मा और शिवम दुबे भी अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं. गेंदबाजी यूनिट में मुकेश कुमार, रवि बिश्नोई, युजवेंद्र चहल और अर्शदीप सिंह को इग्नोर करना मुश्किल होगा. कुल मिलाकर ये कहा जा सकता है भारतीय टीम की मौजूदा तैयारी उम्मीदों के मुताबिक नहीं है.
भारतीय टीम ने 2013 चैम्पियंस ट्रॉफी के बाद से कोई भी आईसीसी खिताब नहीं जीता है. साल 2023 में भी भारत को आईसीसी खिताब जीतने के दो सुनहरे मौके मिले थे, लेकिन दोनों बार फाइनल में ऑस्ट्रेलियाई टीम के हाथों उसे पराजित होना पड़ा. अब भारत को टी20 वर्ल्ड कप 2024 के जरिए इस सूखे को समाप्त करने का एक और मौका मिलने जा रहा है.
ऐसा रहेगा आगामी टी20 वर्ल्ड कप का फॉर्मेट
आगामी टी20 वर्ल्ड कप 1 जून से लेकर 29 जून तक वेस्टइंडीज और यूएसए में खेला जाना है. 20 टीमों वाला टूर्नामेंट कुल नॉकआउट समेत कुल 3 स्टेज में खेला जाएगा. सभी 20 टीमों को 5-5 के 4 ग्रुप में बांटा जाएगा. हर ग्रुप की टॉप-2 टीमें सुपर-8 में एंट्री करेंगी. इसके बाद फिर सभी 8 टीमों को 4-4 के 2 ग्रुप में बांटा जाएगा. सुपर-8 स्टेज में दोनों ग्रुप की दो-दो शीर्ष टीमें सेमीफाइनल में एंट्री करेंगी. दो सेमीफाइनल मुकाबले के जरिए दो टीमें फाइनल में जगह बनाएंगी.
ऐसा रहेगा वर्ल्ड कप का ग्रुप:
- ग्रुप ए- भारत, पाकिस्तान, आयरलैंड, कनाडा, यूएसए
- ग्रुप बी- इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, नामीबिया, स्कॉटलैंड, ओमान
- ग्रुप सी- न्यूजीलैंड, वेस्टइंडीज, अफगानिस्तान, युगांडा, पापुआ न्यू गिनी
- ग्रुप डी- साउथ अफ्रीका, श्रीलंका, बांग्लादेश, नीदरलैंड्स, नेपाल
अगामी टी20 वर्ल्ड कप पिछले टी20 वर्ल्ड कप की तुलना में काफी अलग होगा और उसमें क्वालिफाइंग राउंड नहीं खेले जाएंगे और ना ही सुपर-12 स्टेज होगा. पिछले टी20 वर्ल्ड कप में कुल 16 टीमों ने भाग लिया था, जिसमें 8 टीमों को सीधे सुपर-12 स्टेज के लिए एंट्री मिली थी. वहीं 4 चार टीमों ने क्वालिफाइंग राउंड के जरिए सुपर-12 में जगह बनाई थी.