मनोज रौतेला की रिपोर्ट
- स्थानीय विधायक व विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने लिखा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को पत्र l
- आईडीपीएल के महाप्रबंधक से विस्तार में वार्ता करने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को लिखा पत्र l
- आईडीपीएल इससे पहले कई नामी दवा बना चुका है, फिलहाल उत्पादन बंद है कंपनी में l
ऋषिकेश l उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद्र अग्रवाल ने वर्तमान में कोरोना वैश्विक महामारी में सर्वाधिक प्रयोग की जाने वाली हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन दवा के निर्माण में ऋषिकेश स्थित इंडियन ड्रग्स एंड फार्मास्यूटिकल लिमिटेड (आईडीपीएल) फैक्ट्री का उपयोग किए जाने के संबंध में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन को पत्र लिखकर आग्रह किया। ऐसे समय में अगर ऐसा होता है तो यह IDPL कंपनी के साथ-साथ देश और दुनिया के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है. कोरोना संक्रमण के दौर से दुनिया गुजर रही है और अधिकतर देशों में लोगों की अनगिनत मौतें हो रही है. ऐसे में यह पहल सराहनीय है.
विधानसभा अध्यक्ष ने पत्र के माध्यम से अवगत कराया कि इंडियन ड्रग्स एंड फार्मास्यूटिकल लिमिटेड (आईडीपीएल) अपने स्थापना के समय से ही अनेकों दवा जैसे एंटीमलेरियल्स (क्लोरोक्वीन) का उत्पात कर बीमारियों के रोकथाम में अपनी प्रमुख भूमिका निभाई है।देश में प्लेग बीमारी के प्रकोप के दौरान भी आईडीपीएल द्वारा टेटरासाइक्लिन की आपूर्ति में शीट एंकर की भूमिका निभाई गई थी। साथ ही महाराष्ट्र में बाढ़ के कारण उत्पन्न होने वाले राष्ट्रीय आपातकाल से निपटने के लिए आईडीपीएल के द्वारा डॉक्सीसाइक्लिन कैप्स की भी आपूर्ति की गई थी। विधानसभा अध्यक्ष द्वारा आईडीपीएल के महाप्रबंधक से विस्तार में वार्ता करने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखकर अवगत कराया गया है कि आईडीपीएल कंपनी में हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा के निर्माण हेतु सभी प्रकार की उच्च गुणवत्ता की मशीनें उपलब्ध है।
अग्रवाल ने कहा है कि कच्चा माल उपलब्ध होने पर न्यूनतम समय में आकस्मिक परिस्थिति में आईडीपीएल का उपयोग कर कोविड-19 महामारी में इस दवा का उत्पात किया जा सकता है। विधानसभा अध्यक्ष द्वारा बताया गया है कि इस संबंध में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से भी दूरभाष पर उनके द्वारा चर्चा की गई है। हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन ऐसी दवा है जो विश्व में सबसे ज्यादा भारत में बनाई जाती है. अभी इसी हफ्ते अमेरिका, इजराइल,मलेशिया, ब्राजील समेत कई देशों को भारत ने आपूर्ति की है इस दवा का.