रायपुर: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार जाते ही अधिकारियों का सख्त रवैया दिखाई देने लगा है। शहर को अवैध कब्जा से मुक्ति दिलाने के लिए जिला प्रशासन एक के बाद एक कठोर कार्रवाई कर रहा है। लगातार अवैध ठिकानों और दुकानों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है। पिछले कुछ दिनों में अवैध रूप से लगाए गए ठेला गुमटियों को शहर से साफ कर दिया गया तो वहीं अब अवैध रूप से बनी पक्की दुकानों को तोड़ने जिला प्रशासन आगे बढ़ रहा है। पिछले 5 दिनों से लगातार चल रहा छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में बुलडोजर उस तेजी के साथ बढ़ रहा है मानो महीने भर के भीतर छत्तीसगढ़ में अवैध दुकानों को तोड़कर साफ कर देगा। अब तक शहर में ढाई सौ से ज्यादा अवैध कब्जों पर सरकार बदलने के बाद बुलडोजर चल चुका है।
10 सालों बाद हटा कब्जा
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में इन दोनों बुलडोजर की खूब चर्चा हो रही है। चर्चा सिर्फ इसलिए नहीं कि सिर्फ बुलडोजर खड़ा है वह इसलिए भी है कि बुलडोजर अब एक्शन मोड में दिखाई दे रहा है। एक के बाद एक ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए 250 से ज्यादा कब्जों को बुलडोजर ध्वस्त कर चुका है। छत्तीसगढ़ में सबसे पहले बुलडोजर की कार्रवाई मोती बाग के सामने सालेम स्कूल के पास से शुरू हुई थी। उसके बाद से मानो बुलडोजर चल पड़ा है और अब रुकने का नाम नहीं ले रहा है।
उसके बाद एक के बाद एक अवैध दुकानों को तोड़ते हुए अब अवैध पक्की दुकानों को भी ढ़हाया जा रहा है। बीते दिनों शुक्रवार को जिला प्रशासन और नगर निगम की टीम ने कालीबाड़ी चौक के पास बनी पक्की अवैध दुकान को तोड़ने की कार्रवाई की है बताया जा रहा है कि जिन दुकानों को तोड़ा गया उस जमीन पर एक व्यक्ति ने 10 साल पहले कब्जा कर रखा था और कब्जा करने के साथ ही वहां पक्की दुकान खड़ी कर दी। इस व्यक्ति को नगर निगम का नोटिस कई बार भेजा जा चुका था इसके बावजूद भी कब्जा नहीं छोड़ा गया। अब जाकर 10 सालों के बाद उस कब्जा की गई पक्की दुकान पर बुलडोजर चला दिया गया है।
कब रुकेगा बुलडोजर, कांग्रेस-बीजेपी आमने-सामने
छत्तीसगढ़ में लगातार अवैध अड्डों की तरफ बुलडोजर को भागते देखा जा रहा है। छत्तीसगढ़ में बीजेपी की एंट्री ने बुलडोजर के साथ अवैध कब्जा धारी की धड़कनें बढ़ा दी हैं। भाजपा लगातार यह कह रही है कि जो गलत करेगा उसके अड्डे पर बुलडोजर खड़ा हो जाएगा। भाजपा नेता के बीते दिनों दिए गए बयान से लग रहा है कि बहुत जल्द अब यह बुलडोजर छत्तीसगढ़ के दूसरे जिलों पर भी चलने वाला है। जिस रफ्तार से राजधानी रायपुर की गलियों में बुलडोजर दौड़ा है उसको देखकर यह लगता है कि महीने भर के भीतर पूरे छत्तीसगढ़ में अवैध कब्जाधारियों को उखाड़ दिया जाएगा। वहीं दूसरी तरफ विपक्ष में आकर बैठ गई कांग्रेस सड़क पर दौड़ते इस बुलडोजर को गरीब के पेट पर वार बता रही है। खैर देखने वाली बात यह होगी कि अभी तक छत्तीसगढ़ को मुख्यमंत्री नहीं मिला है तो क्या यह बुलडोजर की आंधी प्रदेश में मुख्यमंत्री बनने के साथ थम जाएगी या फिर यह सिलसिला अनवरत जारी रहेगा।