हरिद्वार : यूपी, दिल्ली-NCR,हरियाणा या फिर देश के अन्य राज्यों से उतराखंड हरिद्वार हर की पैड़ी पर गंगाजल लेने आ रहे हैं तो यह खबर आपके लिए बहुत जरूरी है। दिल्ली हाईवे का एक हिस्सा कांवड़ियों के लिए रिसर्व किया गया है। ऐसे में अब कांवड़ियों को कोई दिक्कत नहीं होगी। हरिद्वार में डाक कांवड़ियों की आमद के बाद हाईवे के एक हिस्से को बुधवार से फिर से कांवड़ियों के लिए पूरी तरह रिजर्व कर दिया गया है।
हरिद्वार से दिल्ली जाने वाले मार्ग पर कांवड़ियों के वाहन चल रहे हैं, जबकि दूसरे हिस्से पर सामान्य वाहनों का संचालन किया जा रहा है। रविवार को भी इस व्यवस्था को लागू किया गया था, लेकिन जाम लगने के बाद सोमवार को इस व्यवस्था को बंद कर दिया गया था। उधर, कांवड़ पटरी पर पैदल कांवड़ियों की संख्या कम होने के बाद पुलिस ने वहां बाइक वाले कांवड़ियों को भेजना शुरू कर दिया है।
रुड़की की ओर से आने वाली बाइक कांवड़ पटरी से होते हुए हरिद्वार पहुंच रही है। हरिद्वार में भागमभाग कांवड़ियों की भी आमद दर्ज हो चुकी है, अब घंटों के हिसाब से कांवड़ लेने आने वाले कांवड़िए हरिद्वार आ चुके हैं। बैरागी कैंप पार्किंग में 20,000 से अधिक डाक कांवड़ियों के वाहन पहुंच चुके हैं। इसके अलावा पंतद्वीप पार्किंग समेत अन्य पार्किंग में भी वाहन आ चुके हैं।,
पंतद्वीप से लेकर चंडी चौक हाईवे तक एक ओर कांवड़ियों के वाहन लाइन लगाकर खड़े हुए हैं। पुलिस लगातार इन वाहनों को हटाने के लिए अनाउंसमेंट कर रही है। बुधवार को पैदल कांवड़ियों की संख्या कम होने के बाद पुलिस ने कांवड़ पटरी पर बाइकों का संचालन शुरू कर दिया है।
डाक कांवड़ से बॉर्डर से यूपी तक जाम
पांच घंटे तक लगातार मूसलाधार बारिश के बीच हाईवे पर कांवड़िए भगवान शिव का जयघोष कर पैदल आगे बढ़ते रहे। डीजे और लाइट सिस्टम वाली कावड़ें जहां-तहां रुकी रही। डाक कांवड़ के वाहनों से बॉर्डर से लेकर मुजफ्फरनगर तक जगह-जगह जाम लग गया। इलाके में बुधवार को सुबह नौ बजे के आसपास बारिश शुरू हो गई थी। इसके बाद लगातार दो बजे तक मूसलाधार बारिश होती रही।
बारिश के बीच हाईवे पर जोश के साथ कांवड़िए जय शिव का उदघोष कर आगे बढ़ते रहे। भारी भरकम म्यूजिक सिस्टम से सजी रंग-बिरंगी लाइट वाली कांवड़ें बारिश के कारण जगह-जगह रुकी रही। श्रद्धालुओं को बड़ी-बड़ी तिरपाल से कांवड़ और डीजे सिस्टम को ढकना पड़ा। इसमें उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ी। क्षेत्र से बड़ी संख्या में बड़ी साउंड वाली कांवड़ों को देखने आए।
युवाओं को बारिश के कारण म्यूजिक सिस्टम नहीं चलने से मायूस होना पड़ा।बाइक पर सवार होकर मेरठ से ऋषिकेश जल लेने जा रहे शिवभक्त रविंद्र कुमार ने बताया कि हाईवे पर जगह-जगह जाम होने से एक घंटे का सफर तय करने में 3 से 4 घंटे लग गए।
हरिद्वार में अब कांवड़ियों की भागमभाग
घंटों के हिसाब से कांवड़ लेकर आने वाले कांवड़ियों की एंट्री हरिद्वार में हो गई है। गुरुवार से इनकी वापसी शुरू हो जाएगी। कांवड़ियों की भागमभाग के बीच अब अगले दो दिन में डेढ़ करोड़ से अधिक कांवड़ियों के आने की उम्मीद है।
72 घंटे, 48 घंटे और 24 घंटे में जल लेकर चढ़ाने वाले कांवड़ियों की संख्या पिछले कुछ सालों में बढ़ गई है। 72 घंटे में हरियाणा, चड़ीगढ़ और दिल्ली जाने वाले कांवड़ियों की आमद हो चुकी है। इन कांवड़ियों को निश्चित किए गए समय पर जल चढ़ाना होता है। लक्सर रूट से डाक कांवड़ियों के वाहनों को बैरागी कैंप में पार्क कराया जा रहा है।
हरकी पैड़ी से जल भरकर इन कांवड़ियों के वाहन हाईवे से वापस होंगे, जो कांवड़ियों के लिए आरक्षित कर दिया गया है। एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार ने दावा किया कि बुधवार को शाम छह बजे तक 67 लाख कांवड़िये हरिद्वार कांवड़ उठाने हरिद्वार पहुंचे। अब तक दो करोड़ 59 लाख से ज्यादा कांवड़िये हरिद्वार आ चुके हैं।