नई दिल्ली: भारतीय टीम (Indian Cricket Team) दूसरे वनडे में जब वेस्टइंडीज से हार थी, तो टीम के बल्लेबाजों की काफी आलोचना हुई थी. कप्तान हार्दिक पंड्या की कप्तानी पर भी सवाल उठे और शुभमन गिल और सूर्यकुमार यादव को भी खरी खोटी सुननी पड़ी. अब वेस्टइंडीज की टीम 18 साल के बाद भारत के खिलाफ वनडे सीरीज जीतने के लिए तैयार है. शाई होप की कप्तानी वाली वेस्टइंडीज ने दूसरे वनडे में साबित किया कि उन्हें कमजोर टीम समझना कितनी बड़ी भूल हो सकती थी. सीरीज में बराबरी हासिल करने के बाद कैरेबियाई टीम अब 18 साल बाद टीम इंडिया को एक और जख्म देना चाहेगी. ये मुकाबला ब्रायन लारा स्टेडियम में शाम 7 बजे से खेला जाएगा.
भारतीय टीम मैनेजमेंट ने पहले वनडे में काफी प्रयोग किए और टीम को खामियाजा भी भुगतना पड़ा. 114 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने 5 विकेट गंवा दिए. ईशान किशन का अर्धशतक नहीं आता तो मैच का नतीजा भी बदल सकता था. दूसरे वनडे में टीम मैनेजमेंट ने तो कुछ ज्यादा ही प्रयोग कर दिया.विराट कोहली और रोहित शर्मा को आराम देकर संजू सैमसन और अक्षर पटेल को मौका दिया. इस वनडे में भारतीय टीम के बल्लेबाज 200 के आंकड़े को भी नहीं छी सके. टीम को 6 विकेट से शर्मनाक हार झेलनी पड़ी.
18 साल पहले वेस्टइंडीज से हारी थी इंडिया
वनडे में भारतीय टीम को वेस्टइंडीज के खिलाफ 9 वनडे मैचों के बाद हार झेलनी पड़ी. अब शाई होप की कप्तानी में वेस्टइंडीज की टीम नया कीर्तिमान रचने के लिए तैयार है. वेस्टइंडीज ने भारत के खिलाफ आखिरी बार वनडे सीरीज साल 2006 में जीती थी. अब 18 साल के बाद ये कैरेबियन टीम फिर से सीरीज जीतने की दहलीज पर पहुंची है. हालांकि तीसरे वनडे को जीतना आसान नहीं होगा. भारतीय टीम में विराट कोहली और रोहित शर्मा की वापसी हो रही है. इनके रहते वेस्टइंडीज के लिए जीत हासिल करना चुनौती पूर्ण होने वाला है. अगर भारतीय टीम यहां हार जाती है तो रोहित शर्मा की कप्तानी पर बड़ा दाग लगने वाला है. वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे में न ही धोनी की कप्तानी में कभी भारतीय टीम हारी है न ही विराट कोहली के खिलाफ कैरेबियन टीम जीत पाई है.