नई दिल्ली l अगर आप भी कोई नया बिज़नेस शुरू करने का प्लान कर रहे हैं तो हम आपको बता रहे हैं एक न्यू बिज़नेस आइडिया के बारे में. आज के समय में आप बांस के प्रोडक्ट बनाकर अच्छी कमाई कर सकते हैं. आमतौर पर पानी के लिए प्लास्टिक की बोतल का इस्तेमाल सबसे अधिक किया जाता है. लेकिन प्लास्टिक की बोतल में पानी पीना सबसे ज्यादा खतरनाक है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगा चुकी है.
सरकार ने प्लास्टिक की बोतलों का नया विकल्प निकाल लिया है. इसके विकल्प के तौर पर एमएसएमई मंत्रालय (MSME) के अधीन कार्यरत खादी ग्रामोद्योग आयोग ने बांस की बोतल का निर्माण किया था, जो प्लास्टिक बोतल की जगह इस्तेमाल होगी.
जानिए कितनी होगी इस बोतल की कीमत
इस बांस की बोतल की क्षमता कम से कम 750 एमएल की होगी और इसकी कीमत 300 रुपये से शुरू होगी. यह बोतलें पर्यावरण के अनुकूल होने के साथ साथ टिकाऊ भी हैं. पिछले साल दो अक्टूबर से खादी स्टोर में इस बोतल की बिक्री की शुरुआत होगी. हालांकि केवीआईसी द्वारा पहले ही प्लास्टिक के गिलास की जगह मिट्टी के कुल्हड़ का निर्माण शुरू किया जा चुका है.
1.95 लाख रुपए लगाकर शुरू करें ये बिज़नेस
बता दें कि इस बिज़नेस को शुरू करने के लिए कोई खास स्किल एवं अच्छे खासे निवेश की आवश्यकता नहीं है. हालांकि यदि ये बिज़नेस अगर बड़े स्केल पर शुरू किया जाए तो इस बिज़नेस को शुरू करने का खर्च थोड़ा बढ़ सकता है. घर की सजावट के लिए लोग तरह तरह की चीजें आजमाते रहते हैं. खासकर बैठक की सजावट के लिए लकड़ी और बेंत से बनी वस्तुएं आमतौर पर इस्तेमाल होती हैं. बांस से बने सोफे, कुर्सियां, सजावटी चीजें रखना नया चलन बन चुका है.
कहां कितने रुपए खर्च करने होंगे
अगर आप इस बिज़नेस को शुरू करने का प्लान कर रहे हैं तो हम आपको खादी ग्रामोद्योग की इस प्रोजेक्ट रिपोर्ट के जरिए बता रहे हैं कि आपको इस बिज़नेस को शुरू करने में कहां कितने पैसे खर्च करने होंगे. बांस के प्रोडक्ट बनाने का बिज़नेस शुरू करने के लिए आपको 1,70,000 रुपए का रॉ मटेरियल खरीदना होगा.
बांस से और क्या बना सकते हैं आप?
बांस कंस्ट्रक्शन के काम आ रहा है. आप इससे घर बना सकते हैं. फ्लोरिंग कर सकते हैं. फर्नीचर बना सकते हैं. हैंडीक्रॉफ्ट और ज्वैलरी बनाकर कमाई कर सकते हैं. बैंबू से अब साइकिलें भी बनने लगी हैं. कृषि मंत्रालय के अधिकारियों का दावा है कि सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीबीआरआई), रुड़की ने इसे कंस्ट्रक्शन के काम में लाने की मंजूरी दी है. अब शेड डालने के लिए सीमेंट की जगह बांस की सीट भी तैयार की जा रही है.
खबर इनपुट एजेंसी से