मनोज रौतेला की रिपोर्ट :
ऋषिकेश : गढ़ संरक्षण समिति के तत्वावधान में इगास पर्व की पूर्व संध्या पर गंगा तट त्रिवेणी घाट में उत्तराखंड की संस्कृति के लोक पर्व इगास कार्यक्रम का आयोजन किया गया।करीब ढाई घंटे तक चले बेहद शानदार कार्यक्रम में तमाम कलाकारों ने अपनी दिलकश प्रस्तूतियोंं से सबका मन मोह लिया। कार्यक्रम के दौरान राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने मोबाइल द्वारा प्रदेशवासियों को फोन के माध्यम से अपना शुभकामनाएं संदेश भी दिया।
उत्तराखंड का मुख्य द्वार कहे जाने वाली तीर्थ नगरी की शांम गढ संस्कृति के कार्यक्रम के नाम रही।नगर की हद्वय स्थली त्रिवेणी घाट पर आयोजित इगास कार्यक्रम में उदयीमान कलाकारों ने अपनी दिलकश प्रस्तूतियो से कुछ इस कदर संमा बांधा की हर कोई मंत्र मुग्ध हो गया। व्यस्त कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए मुख्य अतिथि नगर निगम महापौर अनिता ममगई ने कहा कि इगास पर्व उत्तराखंड की लोक संस्कृति से जुड़ा पर्व है।उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सरकार की ओर से इस महान पर्व को मान्यता देने के लिए अवकाश की घोषणा कर ऐतिहासिक कदम उठाया है ।लोक पर्वों को बड़ावा देने के लिए यह निर्णय मील का पत्थर साबित होगा।महापौर ने उत्तराखंड की संस्कृति-संरक्षण के लिए गंगा तट त्रिवेणी घाट पर बेहद सुंदर आयोजन के लिए समिति को साधुवाद दिया।
उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम पहाड़ की बिलुप्त होती सांस्कृतिक विरासतों का संरक्षण करने मेें कामयाब रहेंगे है ।साथ ही आने वाले पीढ़ी भी अपनी सांस्कृतिक विरासतों से रूबरू हो सकेगी।इससे पूर्व मुख्य अतिथि महापौर सहित पूर्व राज्य मंत्री भगत राम कोठारी, संदीप गुप्ता, जिला पंचायत सदस्य संजीव चौहान, विपिन केन्थुला ,एवं कार्यक्रम संयोजक शैलेन्द्र बिष्ट ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ कराया।इस अवसर पर सैकड़ों लोग मोजूद रहे।