नई दिल्ली : एक ओर दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ती अर्थव्यवस्था (Economy) के तौर पर भारत मंदी (Recession) की आहट के बीच भी दूसरे देशों के लिए मिसाल बना हुआ है. तो वहीं केंद्र सरकार की तमाम योजनाएं भी जमकर तारीफ बटोर रही हैं. केंद्र की डायरेक्ट कैश ट्रांसफर स्कीम (Direct Cash Transfer Scheme) को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने ‘लॉजिस्टिकल मार्वल (Logistical Marvel)’ करार दिया है.
भारत से सीखने वाली कई चीजें
पीटीआई के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने न केवल डायरेक्ट कैश ट्रांसफर स्कीम, बल्कि सरकार की ओर से देश में संचालित अन्य प्रोग्राम्स को भी सराहा है. IMF के डिफ्टी डायरेक्टर (Fiscal Affairs Department) पाउलो माउरो (Paolo Mauro) ने डायरेक्ट कैश ट्रांसफर स्कीम के बारे में बोलते हुए कहा कि भारत जैसे बड़ी आबादी वाले देश को देखते हुए यह स्कीम अपने आप में बेमिसाल है. उन्होंने कहा कि भारत से कई चीजें सीखी जा सकती हैं.
करोड़ों लोगों को हो रहा फायदा
माउरो ने कहा कि डायरेक्ट कैश ट्रांसफर स्कीम लॉजिस्टिकल मार्वल है, क्योंकि ये प्रोग्राम बेहद कम आय वाले लोगों की अच्छी मदद कर रही है. करोड़ों लोग इस स्कीम का फायदा उठा रहे हैं. उन्होंने कहा कि भारत में इस तरह के कई ऐसे प्रोग्राम्स सरकार द्वारा चलाए जा रहे हैं, जो निम्न आय वाले लोगों के साथ ही महिलाओं, बुजुर्गों और किसानों के लिए खास तौर पर तैयार किए गए हैं. IMF के डिप्टी डायरेक्टर ने इन कार्यक्रमों में तकनीक के इस्तेमाल की भी सराहना की है.
क्या है डायरेक्ट कैश ट्रांसफर स्कीम
डायरेक्ट कैश ट्रांसफर स्कीम (Direct Cash Transfer Scheme) के तहत सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं का लाभ और सब्सिडी की राशि सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में जमा कर दी जाती है. यह गरीबी में कमी लाने का केंद्र की ओर से किया गया उपाय है. इसमें सरकारी सब्सिडी और अन्य लाभ सब्सिडी के रूप में नहीं, बल्कि सीधे गरीबों को दिए जाते हैं.
अब तक 24.8 लाख करोड़ रुपये ट्रांसफर
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 2013 से अब तक डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) मोड के जरिए 24.8 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा ट्रांसफर किए गए हैं. अकेले वित्तीय वर्ष 2021-22 में 6.3 लाख करोड़ रुपये की रकम को लाभार्थियों के खाते में ट्रांसफर किए गए हैं. वित्त वर्ष 2022 के आंकड़ों पर नजर डालें तो प्रतिदिन औसतन 90 लाख से अधिक डीबीटी भुगतान किए जा रहे हैं. हाल ही में PM Kisan सम्मान निधि योजना के तहत 10 करोड़ से अधिक लाभार्थियों के बैंक खातों में लगभग 20,000 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए.