नई दिल्ली : हमास और इजरायल की जंग के दौरान वहां के आम लोगों को जो दर्द नसीब हुआ है, उसकी तस्वीरें देखकर पूरी दुनिया हिल रही है. इस जंग की वजह से गम, गुस्सा और बेबसी हर तरफ दिख रहा है. इजरायल के सैकडों लोग बंधक बने हुए हैं तो उधर, गाजा में मां-बाप अपने मासूम बच्चों को दफन करके रो रहे हैं. कुल मिलाकर कहा जाए तो एक आतंकी संगठन और एक मुल्क लड़ रहा है, लेकिन इसका खामियाजा दोनों तरफ से ही आम आदमी को भुगतना पड़ रहा है.
मातम में बदला जश्न
हमास और इजरायल की जंग ने कई परिवारों को ऐसा दर्द दिया है, जो जिंदगी भर दूर नहीं होगा. सात अक्टूबर को अचानक इजरायल की सरहदों में घुसे सैकडों हमास लड़ाकों ने ऐसी दरिदंगी दिखाई कि सारी दुनिया कांप गई. उस दिन रिबुत्ज में सैकडों लोग जश्न में डूबे थे और तभी हमास के लड़ाकों ने हमला कर दिया था. इसके बाद जो हुआ वो आपकी आंखों के सामने है.
वीरान पड़ा है शहर
रिबुत्ज शहर के नोवा म्यूजिक फेस्टिवल में हमास के आतंकियों ने सैकडों लोगों को मार डाला था. आज वो जगह वीरान पड़ी है. जगह-जगह हमास के जुल्म के निशान बिखरे पड़े हैं. अधजली कारें यहां वहां खड़ी हैं. फेस्टिवल के लिए लाया गया सामान हर तरफ बिखरा पड़ा है.
बंधक बने परिवार का दर्द
इजरायल से दर्जनों लोगों को अगवा कर लिया गया. एक लड़की को हमास के आतंकी अगवा करके गाजा ले गए. उसके साथी को भी आतंकियों ने अगवा कर लिया. इसी तरह एक परिवार को हमास के आतंकियों ने बंधक बना रखा है. मासूम बच्चे फर्श पर डरे सहमे बैठे हैं. उनके मां बाप लाचार हैं. अपने बच्चों के लिए कुछ ना कर पाने की बेबसी उनके चेहरे पर दिख रही है. परिवार की एक बेटी को हमास के आतंकी अगवा करके ले गए है.
रहम की भीख मांग रहे हैं मासूम
इजरायल में छोटे-छोटे बच्चे हमास के आतंकियों से रहम की भीख मांग रहे हैं. बच्चे गुजारिश कर रहे हैं कि जिन बच्चों को अगवा किया गया है उनको छोड़ दिया जाए. इन बच्चों के चेहरों पर डर है. आंखों में बेबसी है. मासूमों की अपील का हमास पर कितना असर पड़ेगा, कोई नहीं जानता.
गाजा में पसरा मौत का सन्नाटा
इसके बाद जब इजरायल ने गाजा पर हमला किया तो ऐसे ही मंजर वहां भी देखने को मिले. इजराइली हमले में पूरा गाजा शहर खंडहर हो गया है. दूर तक सिर्फ मलबा नजर आ रहा है. दर्जनों इमारतें मलबे के ढेर में तब्दील हो गई हैं. कहीं कोई इन्सान नजर नहीं आ रहा है. मौत का सन्नाटा हर तरफ फैला हुआ है. एक लड़की के दादा और दादी को अगवा कर लिया गया है. लड़की मोबाइल पर पुरानी यादों को देख रही है. जब पूरा परिवार साथ में हंस खेल रहा था.
गाजा में लाशों का अंबार
पहले इजरायल में मातम पसरा और अब गाजा का यही हाल है. गाजा में सामूहिक तौर पर लोगों को दफनाया जा रहा है. दर्जनों लोग जमा हैं. दुआ के लिए हाथ उठ रहे हैं. आखिरी विदाई के वक्त अपनो की याद में लोगों की आंखों में आंसू है. ये दर्द ये गम उन लोगों का है जिनका जंग से कोई लेना देना नहीं है. ना ये जमीन की जंग में शामिल थे, ना धर्म की. लेकिन दर्द सबको भुगतना पड़ रहा है.
खंडहर बन चुका है शहर
इजरायल और हमास की जंग हर बीते दिन के साथ ज्यादा घातक होती जा रही है. पहले हमास ने फिलिस्तीन के लोगों के नाम पर इजरायल से बदला लिया. फिर इजरायल ने हमास से बदला लेना शुरु किया. इजरायल लगातार गाजा पर हमले कर रहा है. पूरा शहर खंडहर में तब्दील हो चुका है. मौतों का आंकडा बढता जा रहा है. घायलों की तादाद डराने वाली है और उससे भी ज्यादा वो लाखों की तादाद जिनके सिर से घर का साया तक छिन चुका है.
पीछे हटने को तैयार नहीं हमास और इजरायल
इतना सब हो जाने के बावजूद हमास और इजरायल पीछे हटने को तैयार नहीं हैं. नरमी के कोई संकेत नहीं है. रह रहकर हमास इजरायल के शहरों पर रॉकेट दाग रहा है. उधर, इजरायल ने तो कसम खा रखी है कि वो हमास का वजूद तो मिटाएगा ही. साथ ही अरब के नक्शे को भी बदलकर रख देगा. इजरायल के संकल्प की झलक इन तोपों और टैंकों में दिख रही है जो गाजा पट्टी को श्मशान बना देने पर आमादा है.