देहरादून :रानीपोखरी में सरकार मौक़ा दे तो 48 घंटे में पुल तैयार कर के दे देंगे, रोलर और काउंटर वेट वाली मिलिट्री तकनीक से कर सकते हैं काम: कर्नल (सेवानिवृत) अजय कोठियाल
सरकार हम को काम करने के लिए बुलाए। हम साइलेंट रहकर इस कार्य को तारतीबवार कर देंगे...No Politics....गाड़ियों का Movement एकदम शुरू हो जाएगा
देहरादून: आम आदमी पार्टी नेता और मुख्यमंत्री का प्रदेश में चेहरा कर्नल (सेवानिवृत ) अजय कोठियाल ने कहा है रनिपोखिरी में जाखन नदी पर जो पुल टूटा है, अगर उनको मौक़ा दे सरकार तो मात्रा 48 घंटे में गाड़ियों के चलने लायक बना सकते हैं. उन्होंने बताया इसमें रोलर और काउंटर वेट वाली मिलिट्री तकनीक का प्रयोग कर सकते हैं.साथ ही उन्होंने वीडियो भी अपलोड किया है जिसमें वे इस बात को रख रहे हैं.
उन्होंने फेशबुक पर जो पोस्ट डाली है वह इस प्रकार है, “27 अगस्त को देहरादून को पहाड़ों से जोड़ने वाले मोटर मार्ग पर डोईवाला- ऋषिकेश के बीच,जाखन नदी पर बना बड़ा पुल टूट गया…5 दिन हो गए पर अभी तक कोई सलूशन नहीं निकल पाया। गैर कानूनी तरीके से हो रहे खनन के कारण यह हादसा हुआ है। सर्वे होगा, वैकल्पिक मार्ग बनेगा पानी कम होने के बाद, डीपीआर बनेगी…इस प्रकार की बातें हो रही है। ऐसे शब्द जनता में आशंका पैदा कर रहे हैं।जनता विचलित है… डर रही है। जनता हमसे भी पूछ रही है कर्नल साहब आप क्यों नहीं कुछ करते, जैसा आप ने केदारनाथ पुनर्निर्माण के दौरान करा था।
हमारा सरकार को यह सुझाव है…
2013 की केदारनाथ आपदा के बाद जब हमने 2014 में केदारनाथ पुनर्निर्माण का कार्य शुरू किया था तो महज 48 घंटे में एक 30 मीटर लंबा बैली ब्रिज लगाया था। यह ब्रिज 11000 फीट की ऊंचाई पर भारी बर्फ, माइनस तापमान में लगाया गया था। इसको लगाने के लिए सरकारी एजेंसी 35 से 40 दिन बोल रही थी। सरकार हम को काम करने के लिए बुलाए। हम साइलेंट रहकर इस कार्य को तारतीबवार कर देंगे…
No Politics….गाड़ियों का movement एकदम शुरू हो जाएगा और जनता का विश्वास भी सरकार पर बढेगा… बस 48 घंटे में।अगर केदारनाथ आपदा जैसी विपरीत परिस्थितियों में यह कार्य हो सकता है तो देहरादून में तो आसानी से हो जाएगा।Roller और Counter weight वाली military तकनीक से यह कार्य करा जाएगा…जैसे केदारनाथ में करा था। उत्तराखंड की जनता के हित में सरकार हमारे इस सुझाव को गहराई से सोचे।
आपदाएं हम नहीं रोक सकते पर आपदा से लड़ने का तरीका हम जरूर बना सकते हैं… हम सब ने मिलकर ऐसा करना है।”