चमोली l टिम्मरसैंण में बाबा बर्फानी मौजूद हैं। हर वर्ष ठंड के आगमन में टिम्मरसैंण में मौजूद महादेव गुफा में धीरे-धीरे बाबा बर्फानी आकार लेने लगते हैं। इस वर्ष भी क्षेत्र में ठंड बढ़ने से गुफा भी बर्फ से ढक गई है और बाबा बर्फानी आकार ले रहे हैं। नीती घाटी के श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए पहुंचने लगे हैं।
टिम्मरसैंण में इस कदर ठंड पड़ रही है कि पहाड़ी पर बहता पानी भी पूरी तरह से जम गया है। बता दें बाबा बर्फानी टिम्मरसैंण महादेव की गुफा नीती घाटी के अंतिम गांव में मौजूद हैं। अमरनाथ की भांति ही यहां भी एक गुफा में प्राकृतिक रूप से बर्फ से शिवलिंग की आकृति उभरती है। नीती घाटी के ग्रामीणों की बाबा बर्फानी में अपार श्रद्धा है और वे उनके आकार लेते ही नित्य पूजा-अर्चना के लिए पहुंचते हैं। बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए चमोली के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों से श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं।
दिसंबर से मार्च तक नीती घाटी के गांव बर्फ से ढके रहते हैं। अप्रैल में बर्फ पिघल जाने के बाद बाबा बर्फानी के दर्शन होते हैं। बर्फ पिघलने के बाद गुफा में 10 फीट तक ऊंचे शिवलिंग के दर्शन होते हैं। इसी बर्फ के शिवलिंग को बर्फानी बाबा या टिंमरसैंण महादेव के नाम से जाना जाता है। इस वर्ष भी टिम्मरसैंण गुफा में बर्फानी बाबा आकार लेने लग गए हैं।
खबर इनपुट एजेंसी से