देहरादून : डिजीटल दुनिया में जैसे-जैसे नई तकनीकें सामने आ रही हैं, वैसे ही साइबर ठग भी आमजन को चूना लगाने के नए-नए तरीके इजाद कर रहे हैं। पूर्व तक जहां अधिकतर लॉटरी का लालच देकर लोगों को चूना लगाया जाता था अब ऑनलाइन पार्ट टाइम जॉब के नाम पर भी ठगी का सिलसिला शुरू हो गया है।
बकाएदा सीमांत के दो लोगों को अराजक तत्वों ने ऐसे ही शिकारी बनाया है। दोनों से ऑनलाइन कमाई के एवज में दस लाख रुपये से अधिक की ठगी हुई है। नगर के मयंक सामंत नामक एक व्यक्ति ने पुलिस को तहरीर दी है। उनका कहना है कि बीते पांच जून को उनके मोबाइन नंबर पर एक अज्ञात नंबर से मैसेज आया।
इसमें घर पर रहकर ही ऑनलाइन काम करने का ऑफर दिया गया। इसके लिए व्हाट्सअप पर ट्रेनिंग भी हुई। बाद में उन्होंने रहिबुल शेख नामक व्यक्ति के खाते में 200 रुपये जमा किए तो कमीशन के तौर पर 90 रुपये खाते में आए। फिर साइबर ठगों ने उन्हें टेलीग्राम का लिंक भेजा।
इसमें उन्होंने अलग-अलग खातों पर 6 लाख 64 हजार 663 रुपये जमा किए। अब टैक्स के तौर पर दो लाख रुपये और जमा करने को कह रहे हैं। ठगी का एहसास होने के बाद मयंक ने पुलिस में तहरीर देकर धनराशि वापस दिलाने की मांग की है।
कमाई का सपना दिखाकर पौने चार लाख ठगे
ऑनलाइन पार्ट टाइम जॉब के नाम पर गणेश सिंह से भी 3 लाख 90 हजार की ठगी हुई है। पुलिस को दी तहरीर में गणेश का कहना है कि व्हाट्सएप पर उन्हें मैसेज आया। इसमें उन्हें पार्ट टाइम जॉब के बारे में बताया गया। पहले कुछ यूट्यूब विडियो को लाइक करने में प्रति वीडियो 50 रुपये दिए जाने की बात हुई, फिर उन्हें टेलीग्राम एप पर जोड़ा गया। ग्रुप में उन्हें टास्क दिया गया कि एक हजार रुपये जमा करने पर उन्हें 1300 रुपये मिलेंगे।
उन्होंने धनराशि जमा की और तय रुपये उन्हें वापस भी मिले। फिर उन्हें 5 हजार रुपये जमा किए तो 6 हजार 500 रुपये मिले। इस तरह उनका भरोसा जीतकर 10 हजार रुपये जमा करने का टास्क दिया गया, लेकिन धनराशि वापस नहीं आई। धनराशि वापसी के लिए उनसे 10 हजार, 30 हजार व 1 लाख रुपये जमा कराए गए। लेकिन धनराशि वापस नहीं लौटाई। गणेश का कहना है कि अब तक वह तीन लाख 90 हजार 550 रुपये जमा कर चुके हैं।