नई दिल्ली : अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपये में लगातार तीसरे सत्र में तेजी रही और बुधवार को यह 12 पैसे की मजबूती के साथ 85.68 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर पहुंच गया. विदेशी संस्थागत निवेशकों के ताजा निवेश और डॉलर के कमजोर रहने के बीच बुधवार को रुपये में तेजी आई.
विदेशी मुद्रा कारोबारियों के अनुसार, अमेरिका के शुल्क लगाने को 90 दिन के लिए टाले जाने के बीच सकारात्मक घरेलू वृहद आर्थिक आंकड़ों ने शेयरों में लिवाली को बढ़ाया, जिससे रुपया मजबूत हुआ. उन्होंने कहा कि इसके अलावा, अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों में नरमी ने भी रुपये को समर्थन दिया.
रुपए ने ऐसे लगाई हैट्रिक
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में, रुपया 85.66 पर खुला और दिन के कारोबार के दौरान डॉलर के मुकाबले यह 85.50 के उच्च स्तर और 85.72 के निचले स्तर को छूने के बाद कारोबार के अंत में 85.68 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ, जो इसके पिछले बंद स्तर से 12 पैसे की तेजी है.
मंगल को डॉलर का हुआ अमंगल
मंगलवार के सत्र में रुपया डॉलर के मुकाबले 30 पैसे की बढ़त के साथ 85.80 पर बंद हुआ था. शुक्रवार को पिछले सत्र में इसमें 58 पैसे की तेज बढ़ोतरी हुई थी. इस बीच, विश्व की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूत दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.57 प्रतिशत की गिरावट के साथ 99.39 पर रहा. यह स्तर मार्च, 2022 को देखने को मिला था.
शेयर बाजार में भी सुनाई दी रुपए की धहाड़
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 0.88 प्रतिशत बढ़कर अप्रैल 2021 के स्तर 65.24 डॉलर प्रति बैरल पर रहा. बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 309.40 अंक बढ़कर 77,044.29 अंक पर बंद हुआ, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 108.65 अंक बढ़कर 23,437.20 अंक पर पहुंच गया.
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे. उन्होंने मंगलवार को शुद्ध रूप से 6,065.78 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे.