नई दिल्ली: भारत अमेरिका से दुनिया का सबसे खतरनाक ड्रोन MQ9B PREDATOR खरीद रहा है. भारत और अमेरिका के बीच यह डील 25955 करोड़ रुपए से भी ज्यादा की है. अमेरिका का यह ड्रोन भारत की तीनों सेनाओं को दिए जाएंगे. अमेरिका न केवल ड्रोन की डील कर रहा है बल्कि उसने कहा है कि भारत को ताकतवर स्वदेशी ड्रोन बनाने की तकनीक में भी मदद करेगा.
अमेरिका से जो ड्रोन मंगवाए जा रहे हैं फिलहाल उनकी तैनाती देश के चार जगह पर होगी चेन्नई के आईएनएस राजाजी, गुजरात के पोरबंदर में. इन दो स्थानों पर भारतीय नौसेना इसका संचालन करेगी. वायु सेना और आर्मी इन ड्रोन को गोरखपुर और सरसावा एयर फोर्स बेस पर कंट्रोल करेगी. गोरखपुर और सरसावा बेस से चीन लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश पर नजर रखना और आसान हो जाएगा. इनमें से 15 ड्रोन समुद्री इलाकों पर नजर रखने के लिए इस्तेमाल किए जाएंगे तो वहीं पाकिस्तान और चीन की सीमाओं पर निगरानी के लिए भी कुछ ड्रोनों को तैयार किया जाएगा.
क्यों कहते हैं इसे हंटर किलर
अमेरिका ने इस ड्रोन का नाम हंटर किलर यूएवी रखा है. यह वही ड्रोन है जिसने अलकायदा के हेड अयमान अल जवाहिरी को खत्म किया था. यह एक लंबी रेंज से वार करने वाला ड्रोन है, जो हवा से जमीन पर हमला करने वाली मिसाइल से भरा हुआ होता है.
वीडियो गेम की तरह चलाते हैं ऑपरेटर्स
एमक्यू 9 प्रेडेटर रिमोट से उड़ाया जाता है. यह वह ड्रोन है जिसे किसी भी मिशन के लिए भेजा जा सकता है. किसी की जासूसी करना, सर्विलांस पर सूचना जमा करना या फिर दुश्मनों के ठिकानों पर बिना किसी की नजर में आए हमला करना, इसके साथ ही ज्यादा से ज्यादा ऊंचाई से यह सब पर निगरानी भी रख सकता है. इस ड्रोन की रेंज 1900 किलोमीटर है जो अपने साथ 1700 किलोग्राम वजन के हथियार को कैरी कर सकता है. ग्राउंड पर बैठे दो कंप्यूटर ऑपरेटर इसे वीडियो गेम की तरह चलाते हैं.
50 हजार फीट की ऊंचाई से कर सकता है हमला
ड्रोन की लंबाई 36.01 फिट है, विंगस्पैन 65.7 फीट, ऊंचाई 12.6 फीट और इसका वजन 2223 किलोग्राम है. इसमें 1800 किलोग्राम ईंधन स्टोर किया जा सकता है. इसकी गति की बात करें तो 482 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार है. यह ड्रोन 50 हजार फीट की ऊंचाई से दुश्मन पर मिसाइली हमला कर सकता है.
मिसाइल और बम लगे होते हैं
एमक्यू 9 प्रेडेटर पर मिसाइल लगाई जाती है. इनमें 4 AGM – 114 HELLFIRE मिसाइल लगी होती है, जो जमीन पर सटीक जगह पर हमला करती है. इसमें लेजर गाइडेड GBU – 12 PAVEWAY II बम भी लगाए गए हैं.