नागपुर। अपनी बेबाकी के लिए मशहूर सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को कहा कि भारत को विकास को बढ़ावा देने के लिए लचीली आर्थिक नीतियों और एक सामाजिक-आर्थिक मॉडल की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि मॉडल ऐसा हो जो रोजगार सृजन को बढ़ावा दे सके और असमानता को कम कर सके।
वरिष्ठ भाजपा नेता यहां ‘लोकसत्ता’ के संपादक गिरीश कुबेर द्वारा लिखित मराठी पुस्तक ‘मेड इन चाइना’ के विमोचन के अवसर पर बोल रहे थे। गडकरी ने कहा कि चीन में स्थिति बहुत तेजी से बदल रही है और कई देश कोविड-19 महामारी के बाद उसके साथ व्यापार करने के लिए बहुत उत्सुक नहीं हैं। उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश मंदी जैसी स्थिति से गुजर रहा है और वहां कई कंपनियां बंद हो रही हैं।
गडकरी ने कहा कि एक चीज जो हम चीन से सीख सकते हैं वह यह है कि समाजवादी, साम्यवादी या पूंजीवादी बनने से पहले,‘हमें एक ऐसी अर्थव्यवस्था बनना चाहिए जो रोजगार पैदा कर सके, गरीबी को दूर कर सके और समाज में आर्थिक और सामाजिक असमानता को कम कर सके।’
उन्होंने कहा कि भारत को एक ऐसे सामाजिक-आर्थिक मॉडल की जरूरत है जो रोजगार पैदा कर सके, गरीबी को दूर कर सके और असमानता को कम कर सके। भाजपा अध्यक्ष रहते हुए चीनी राष्ट्रपति से हुई मुलाकात को याद करते हुए गडकरी ने कहा कि चीनी राष्ट्रपति ने उनसे कहा था कि चीनी अपने देश के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं और विचारधारा से परे कुछ भी उपयोग करने को तैयार हैं।