नई दिल्ली: भारत अपने पुराने रूसी फाइटर जेट मिग-21 को बदलने के लिए नए मिग-29 फाइटर जेट खरीदने की योजना में है. लेकिन रिपोर्ट्स की मानें तो रूस भारत को उसके नए फाइटर जेट SU-75 चेकमेट खरीदने के लिए मना रहा है. भारत-रूस की इस संभावित डील से चीन-पाकिस्तान को जरूर झटका लगने वाला है.
SU-75 एक नया फाइटर जेट है, जिसका अभी तक परीक्षण नहीं हुआ है. यह बहुत महंगा भी है.इसलिए भारत को यह तय करना होगा कि उसे पुराने लेकिन अच्छे मिग-29 खरीदना है या नए लेकिन अनजाने SU-75. यह भारत के लिए एक मुश्किल फैसला है. भारत अपनी वायु सेना के लिए नए लड़ाकू विमान खरीदना चाहता है. उसके पास दो मुख्य विकल्प हैं. पहला मिग-29.. यह एक पुराना फाइटर जेट है जिसे भारत पहले से ही इस्तेमाल कर रहा है. यह भरोसेमंद है और भारत इसे अपग्रेड कर सकता है.
दूसरा SU-75 चेकमेट.. यह एक नया और अधिक आधुनिक फाइटर जेट है. लेकिन यह अभी तक पूरी तरह से तैयार नहीं हुआ है और इसका परीक्षण भी नहीं हुआ है. SU-75 के फायदे: यह बहुत आधुनिक है और इसमें कई नई तकनीकें हैं.
SU-75 के नुकसान: यह अभी तक पूरी तरह से तैयार नहीं हुआ है. इसका मतलब है कि इसमें खराबी आ सकती है और इसे बनाने में देरी हो सकती है.
मिग-29 के फायदे: यह भरोसेमंद है और भारत पहले से ही इसे इस्तेमाल करता है. भारत इसे आसानी से अपग्रेड कर सकता है.
मिग-29 के नुकसान: यह एक पुराना विमान है और इसमें नई तकनीकें नहीं हैं. यह भारत के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण फैसला है. भारत को दोनों विमानों के फायदे और नुकसान को ध्यान में रखकर फैसला लेना होगा.भारत को यह भी देखना होगा कि उसके पास कितना पैसा है और उसे किस तरह के लड़ाकू विमान की जरूरत है.
यह फैसला भारत की सुरक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. भारत को सही फैसला लेने के लिए सभी पहलुओं पर ध्यान देना होगा. भारत दोनों रूसी फाइटर जेट में से किसी पर भी डील सील कर सकता है. लेकिन भारत और रूस की इस डील से चीन और पाकिस्तान की टेंशन जरूर बढ़ चुकी है.