नई दिल्ली। भारतीय टी20 क्रिकेट टीम श्रीलंका के खिलाफ आज से शुरू होने वाली तीन मैचों की श्रृंखला में विराट कोहली, रोहित शर्मा और केएल राहुल के बिना नए पथ पर अग्रसर होगी जिसमें हार्दिक पंड्या टी20 टीम के पूर्णकालिक कप्तान की अपनी पारी की दमदार शुरुआत करके ‘मिशन 2024’ के लिए मजबूत नींव रखने की कोशिश करेंगे।
भारतीय क्रिकेट प्रेमी हार्दिक की कप्तानी की झलक पहले ही देख चुके हैं जब उनके नेतृत्व में टीम ने न्यूजीलैंड में बारिश से प्रभावित टी20 श्रृंखला में जीत दर्ज की थी। इस साल वनडे विश्व कप खेला जाना है और ऐसे में खेल का सबसे छोटा प्रारूप भारतीय टीम के लिए प्राथमिकता नहीं है लेकिन इससे हार्दिक को भविष्य के लिए विशेष रूप से 2024 में होने वाले टी20 विश्वकप के लिए अपनी रणनीति तैयार करने में मदद मिलेगी।
भारत के चोटी के तीन बल्लेबाज रोहित, कोहली और राहुल टीम का हिस्सा नहीं है और उनके टी20 में भविष्य को ध्यान में न रखते हुए भी टीम को उनके बिना आगे बढऩे के लिए तैयार रहना चाहिए। भारतीय टीम की हाल में सबसे बड़ी समस्या यह रही है कि वह बेपरवाह क्रिकेट नहीं खेल पाई।
भारत के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज खुलकर खेलने में नाकाम रहे जिसका खामियाजा टीम को टी20 विश्वकप में भुगतना पड़ा। अगर टीम संयोजन की बात करें तो पिछले सप्ताह कार दुर्घटना में घायल होने वाले ऋषभ पंत ने न्यूजीलैंड में ईशान किशन के साथ पारी का आगाज किया था। पंत को हालांकि श्रीलंका के खिलाफ श्रृंखला के लिए टीम में नहीं चुना गया था जिससे पूरी संभावना है कि वानखेड़े स्टेडियम में होने वाले पहले टेस्ट मैच में किशन के साथ रुतुराज गायकवाड पारी की शुरुआत करेंगे।
किशन और गायकवाड पिछले कुछ वर्षों से आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करते रहे हैं और यह उनके लिए टीम में अपने स्थान की चिंता किए बिना अपना कौशल दिखाने का वास्तविक मौका है। अगला टी20 विश्व कप 18 महीने बाद खेला जाना है और ऐसे में इन दोनों को पर्याप्त मौके मिलने की संभावना है हालांकि इस वर्ष 15 से भी कम टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले जाएंगे क्योंकि टीम प्रबंधन वनडे को अधिक प्राथमिकता देगा।
अब तक टी20 अंतरराष्ट्रीय में पदार्पण नहीं कर पाने वाले शुभमन गिल सलामी बल्लेबाज के रूप में हार्दिक के पास एक और विकल्प हैं। तीसरे नंबर पर विश्व के नंबर एक बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव पर कप्तान भरोसा जता सकते हैं। हार्दिक अंतिम एकादश में छह गेंदबाजों को रखने के पक्ष में हैं और ऐसे में पहले मैच में दीपक हुड्डा को मौका मिल सकता है। टीम प्रबंधन को मध्यक्रम में संजू सैमसन और अब तक अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेल पाने वाले राहुल त्रिपाठी में से किसी एक को चुनना होगा।
त्रिपाठी पिछले कुछ समय से अंतिम एकादश में जगह नहीं बना पाए हैं और श्रीलंका के खिलाफ भी उन्हें बाहर ही रहना पड़ सकता है क्योंकि सैमसन को उनके अनुभव के आधार पर प्राथमिकता मिल सकती है। टीम में भले ही शिवम मावी और मुकेश कुमार को शामिल किया गया है लेकिन तेज गेंदबाजी आक्रमण में अर्शदीप सिंह, हर्षल पटेल और उमरान मलिक को ही चुने जाने की संभावना है।
भारत के पास वाशिंगटन सुंदर और अक्षर पटेल के रूप में ऑलराउंडर के विकल्प मौजूद है। श्रृंखला के पहले मैच में विशेषज्ञ स्पिनर यजुवेंद्र चहल को मौका मिलने की संभावना है। मौजूदा एशिया कप चैंपियन श्रीलंका भारत को उसकी धरती पर कड़ी चुनौती देने की कोशिश करेगा। श्रीलंका ने लंका प्रीमियर लीग में अच्छा प्रदर्शन करने वाले अविष्का फर्नांडो, चमिका करुणारत्ने और सदीरा समरविक्रमा को टीम में रखा है।