काठमांडू। नेपाल में यात्रियों से भरी बस नदी में गिर गई। इस पर 43 यात्री सवार थे। बस उत्तर प्रदेश नंबर की थी। नेपाली सेना के प्रवक्ता कुमार नेउपाने ने पुष्टि करते हुए कहा कि बस दुर्घटनास्थल से 14 शव निकाले गए हैं। उत्तर प्रदेश के रिलीफ कमिशनर ने कहा कि महाराजगंज जिले के एसडीएम को नेपाल भेजा जा रहा है।
नेपाल में भारतीय दूतावास राहत एवं बचाव कार्य में लगे स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय कर रहा है। नेपाल के तनाहुन जिले के पुलिस प्रवक्ता मनोहर भट्ट ने कहा कि बस 8 दिन के परमिट के साथ 20 अगस्त को रूपनदेही में बेलहिया चेक-पॉइंट (गोरखपुर, भारत से) से नेपाल में प्रवेश किया था।
इससे पहले नेपाल पुलिस ने पुष्टि की थी कि 43 लोगों के साथ एक भारतीय यात्री बस तनाहुन जिले में मार्स्यांगडी नदी में गिर गई। जिला पुलिस कार्यालय तनाहुन के डीएसपी दीपकुमार राया ने पुष्टि करते हुए कहा कि यूपी एफटी 7623 नंबर प्लेट वाली बस नदी में गिर गई और नदी के किनारे पड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि बस पोखरा से काठमांडू जा रही थी।
उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त ने कहा कि नेपाल की घटना के संबंध में हम यह पता लगाने के लिए संपर्क स्थापित कर रहे हैं कि क्या उत्तर प्रदेश का कोई व्यक्ति बस में था। घटना के बारे में विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक काठमांडू जाने वाली एंजल बस और गणपति डीलक्स, जो काठमांडू से रौतहट के गौर की ओर जा रही थी, भारी बारिश के बीच जा रही थी। इस साल जुलाई में नेपाल में दो बसों में सवार 65 लोग त्रिशुली नदी में बह गये थे।
नेपाल बस दुर्घटना पर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम ने देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई है, जहां नेपाल में एक बस के घाटी में गिर जाने से महाराष्ट्र के कुछ श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। मैं मृतकों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।
उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार पता चला है कि ये श्रद्धालु जलगांव जिले के हैं। राज्य सरकार ने तुरंत नेपाल दूतावास से संपर्क किया, और जलगांव के कलेक्टर नेपाल सीमा पर स्थित उत्तर प्रदेश के महाराजगंज के कलेक्टर के साथ लगातार संपर्क में हैं। उनके साथ एक जिला और पुलिस उपाधीक्षक भी हैं और वे नेपाल सीमा पर जाएंगे।
इसके अलावा घायलों को तत्काल चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए हमारे अधिकारी लगातार संपर्क में हैं। हम नेपाल सरकार के समन्वय में मृतकों के शवों को महाराष्ट्र लाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के संपर्क में हैं। महाराष्ट्र आपदा प्रबंधन इकाई को भी समन्वय करने के निर्देश दिए गए हैं, और मंत्री गिरीश महाजन और अनिल पाटिल भी लगातार संपर्क में हैं।