सुनील कुमार की रिपोर्ट
उत्तरकाशी l उत्तरकाशी में कोरोना महामारी की हालत किसी से छुपी नही हैं। ऐसे में अधिक लोगों की भीड़ से सभी लोगों की जान पर आफत बने हुए है और संक्रमण फैलने का खतरा कई ज्यादा हो जाता है। किंतु तय समय के बाद भी ज्ञानसू स्टैंड पर ड्राइवरो की भीड़ पर अचानक एक कार चालक मारपीट करने लगा। किन्तु पुलिस प्रशासन की मुस्तेदी के सबूत उत्तरकाशी नगर में देखे जा सकते है। जहां एक कार चालक पुलिस के सामने ही टैक्सी स्टैंड के ड्राइवर से जा भीड़ा।
वही हाथापाई देख फ़ोन पर ड्यूटी दे रहे पुलिस जवान को आसपास रहने वाले लोगों ने बचाव करने को कहा तो, ड्यूटी देने वाला सिपाही बीच-बचाव करने की बजाय आसपास के लोगों से ही उलझने लगा। जवान को इतना भी याद नही रहा कि देश के प्रधानमंत्री ने भी लोगों को सड़कों पर आने से परहेज़ करने का निवेदन किया गया हैं। जबकि जनता की सेवा के भाव से पुलिस की ड्यूटी में तैनात सिपाही पुलिस की खाकी को शर्मसार कर रहा। आखिर जरूरत से ज्यादा लोगों को कोरोना कर्फ्यू में भीड़ करने से रोकना पुलिस प्रशासन की ड्यूटी है या आम आदमी की? जिला प्रशासन की कोरोना से युद्ध स्तर की पोल खोलते देखे जा सकते है। जहां भीड़ खुले रूप से सड़कों पर घूमती हुई देखी जा रही है। सड़कों पर इस तरह की लापरवाही आने वाले समय मे कोरोना संक्रमण के आंकड़ों को और बढ़ाने का काम करेगा। जिलाधिकारी कार्यालय से महज कुछ दूरी पर उत्तरकाशी में ये हाल है। तो गली-मुहल्लो में क्या हाल होगा इसका अंदाजा उत्तरकाशी की सड़कों के इस दृश्य देख कर ही लगाया जा सकता है।