नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ने रिटेल निवेशकों को आरबीआइ रिटेल डायरेक्ट स्कीम (आरडीएस) के माध्यम से सीधे सरकार बॉन्ड में निवेश की अनुमति दी हुई है। इन्हें ट्रेजरी डायरेक्ट वेबसाइट या ब्रोकर से खरीदा जा सकता है। इस स्कीम में कम से कम दस हजार रुपये का निवेश करना होगा। निवेश की अधिकतम सीमा दो करोड़ रुपये है। एफडी जैसे अन्य इंवेस्टमेंट विकल्पों की तुलना से सरकारी बॉन्ड निवेश के लिए काफी बेहतर है।
बढ़ेंगी बॉन्ड की कीमतें
इसमें जोखिम कम और अच्छा रिटर्न मिलता है। इसमें बाजार की तुलना में जोखिम की आशंका कम है। इसलिए यह निवेशक दो-तीन साल के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो डायनेमिक बॉन्ड फंड और दस साल की अवधि वाले गवर्नमेंट सिक्योरिटीज में निवेश कर सकते हैं। अगले कुछ महीनों में दस साल की बेंचमार्क बॉन्ड की यील्ड सात प्रतिशत या इससे भी नीचे आ सकती है। बॉन्ड की कीमत बढ़ेगी, जिससे निवेशकों को फायदा होगा।
निवेशक इसे मानते हैं सुरक्षित
इस बॉन्ड में विभिन्न लोग और कंपनियां अपना पैसा निवेश करती हैं, जिसके माध्यम से सरकार अपने खर्चों को पूरा करने का काम करती है। सरकारी बॉन्ड में निवेश करते समय निवेशक अपना पैसा सुरक्षित मानते हैं, इसलिए ज्यादातर कंपनियां अपना पैसा सरकारी बॉन्ड में निवेश करती हैं। इसके बाद पूर्व निर्धारित अवधि के बाद निवेशकों को सरकारी ब्याज दरों के अनुसार ब्याज सहित पैसा लौटा दिया जाता है।