नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिाकर्जुन खड़गे ने कर्नाटक में पार्टी के नेतृत्व में बदलाव के बारे में सीधा जवाब देने से परहेज किया. उन्होंने मीडिया को अटकलें लगाने के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा कि नेताओं का उनसे मिलना ‘कोई बड़ी बात नहीं’ है.
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “हमने ओडिशा अध्यक्ष को बदल दिया है और पिछड़े वर्ग से एक नेता को नियुक्त किया है. हमने 3-4 जगहों पर बदलाव किए हैं, और कुछ अन्य राज्यों में भी और बदलाव हो सकते हैं.”
2-3 राज्यों में बदलेंगे नेतृत्व
खड़गे ने आगे कहा, “मैं कर्नाटक के बारे में विशेष रूप से बात नहीं करना चाहता क्योंकि अगर मैं ऐसा करूंगा, तो आप (मीडिया) इसे तोड़-मरोड़ कर पेश करेंगे और इसमें और मसाला डालेंगे. यही कारण है कि कोई भी आपको सच्चाई नहीं बताता, जब तक यह हम कोई फैसला नहीं ले लेते. हम एक के बाद एक बदलाव कर रहे हैं और आने वाले दिनों में 2-3 और राज्यों में नेतृत्व बदलेंगे. जिन जगहों पर पद खाली हैं, वहां हम नए पदाधिकारियों की नियुक्ति करेंगे.”
कर्नाटक के लोक निर्माण मंत्री सतीश जारकीहोली की हाल ही में उनसे हुई मुलाकात को केपीसीसी नेतृत्व मुद्दे से जोड़ने की अटकलों के बीच उन्होंने कहा, “मीडिया को अपनी बात कहने में ज़्यादा ज़िम्मेदारी दिखानी चाहिए. मैं AICC अध्यक्ष हूं और नेताओं का मुझसे मिलना कोई बड़ी बात नहीं है. आप लोग अटकलें लगाते रहते हैं कि जरकीहोली आए, परमेश्वर आए, शिवकुमार आए, सिद्धारमैया ने फ़ोन किया, इसमें बड़ी बात क्या है? सरकार को परेशान करने की कोशिश मत करो. हर कोई मुझसे मिलने आता है। वह (सतीश जारकीहोली) हमारे हैं और वह कर्नाटक से हैं। फोन पर तुरंत अपॉइंटमेंट मिलने की सुविधा है। क्या मैं उन्हें मना कर सकता हूं?”
मीडिया पर तंज
मीडिया पर कटाक्ष करते हुए खड़गे ने पत्रकारों को सलाह दी कि जब भी कर्नाटक कांग्रेस के शीर्ष नेता, जिनमें मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उपमुख्यमंत्री शिवकुमार, गृह मंत्री जी परमेश्वर या जरकीहोली शामिल हैं, उनसे मिलते हैं तो आप लोग “कहानियां न बनाया करें. अटकलें न लगाएं और सरकार को परेशान न करें. मीडिया भ्रम पैदा कर रहा है और नेता भी उस भ्रम का हिस्सा बन रहे हैं.”
वहीं डीके शिवकुमार के खिलाफ बोलने वाले मंत्री राजन्ना ने बुधवार को एआईसीसी अध्यक्ष खड़गे से मुलाकात की. उन्होंने मंगलवार को ही केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की थी. उनकी मांग है कि केपीसीसी अध्यक्ष (डीके शिवकुमार) को बदला जाए, एससी सम्मेलन की अनुमति दी जाए. आपको बता दें कि उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार 2020 से इस पद पर हैं, और पार्टी हलकों में उनको बदलने की अटकलें तेज हैं.