नई दिल्ली : Meta एक एंटीट्रस्ट ट्रायल का सामना कर रही है. इस ट्रायल के वजह से कंपनी को Instagram और WhatsApp से हाथ धोना पड़ सकता है. मेटा पर कई आरोप लगे हैं. ये केस साल 2020 में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में शुरू हुआ था. उस दौरान फेडरल ट्रेड कमीशन (FTC) ने Meta पर आरोप लगाया था कि उसने Instagram और WhatsApp के बीच कंपटीशन को खत्म करने के लिए और सोशल मीडिया को अपनी मोनोपोली में रखने के इरादे से किया था.
ऐसे में संभावना है कि फेसबुक-इंस्टाग्राम बंद हो सकते हैं. अगर इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप अलग होते हैं तो इसकी सर्विसेस पर भी असर देखने को मिल सकता है. Meta ने इंस्टाग्राम- फेसबुक स्टार्टअप्स को 10 साल पहले खरीदा था. जिसके बाद मार्क बड़े बिजनेस पिलर की तरह उभर कर सामने आए हैं.
मार्क हाथ धो बैठेंगे Instagram और WhatsApp से?
अगर कोर्ट का फैसला मेटा के खिलाफ होता है, तो कंपनी को Instagram और WhatsApp को अलग-अलग करना पड़ सकता है. जिससे Meta की कमाई पर असर पड़ेगा. रिपोर्ट के मुताबिक, 2025 तक Instagram अकेला अमेरिका में Meta की 50.5 प्रतिशत एड रिवेन्यू का सोर्स बनने वाला है.
आज सोशल मीडिया मार्केट में TikTok, Snapchat, YouTube जैसे कई और बड़े प्लेटफॉर्म अवेलेबल हैं. जिससे FTC के लिए Meta की मोनोपोली साबित करना चैलेंजिंग होगा. ये केस Meta के लिए ही नहीं, बल्कि पूरी टेक इंडस्ट्री के लिए बड़ा कदम साबित हो सकता है. मेटा के अलावा Google और Amazon भी एंटीट्रस्ट मामलों का सामना कर रही हैं.
क्या है मार्क जुकरबर्ग की प्लानिंग
FTC के मुताबिक मार्क जुकरबर्ग की प्लानिंग ये होती है कि वो कंपटीशन को खत्म करने के लिए खरीदना पसंद करते हैं. मार्क ने इसी माइंड सेट के साथ उन कंपनियों को खरीद लिया जो उनके लिए खतरा बन सकती थी. इस प्लानिंग के साथ पहले Instagram को खरीदा गया फिर WhatsApp को खरीदा गया.
FTC के हिसाब से Facebook ने नई कंपनियों को इसलिए खरीदा जो फ्यूचर में उसका कंपटीशन बन सकती थीं. हालांकि Instagram, WhatsApp, Facebook मिलकर TikTok, YouTube, iMessage और X जैसे प्लेटफॉर्म को तगड़ा कंपटीशन देते हैं.