नई दिल्ली : गाजा पट्टी पर इजरायल का भीषण हमला जारी है. आसमान से उसके लड़ाकू जहाज लगातार बम बरसा रहे हैं. गाजा की सरहद से लगे इलाकों में इजरायली टैंक गोले दाग रहे हैं. आसमान और जमीन के बाद इजरायल ने अब समंदर के जरिए हमास की घेराबंदी शुरू कर दी है. इसमें अमेरिका भी उसकी मदद कर रहा है. उसके दो विमान वाहक जंगी पोत भूमध्य सागर में इजरायल की मदद के लिए पहुंच गए हैं. अमेरिका के जंगी जहाज यूएसएस गेराल्ड आर फोर्ड और यूएसएस आइजनहावर को तैनात कर दिया गया है. गेराल्ड आर फोर्ड को दुनिया का सबसे बड़ा एयरक्राफ्ट कैरियर माना जाता है.
परमाणु ऊर्जा से चलने वाला जंगी जहाज गेराल्ड फोर्ड 76 मीटर ऊंचा है. इस तरह उसकी ऊंचाई दिल्ली के कुतुब मीनार (73 मीटर) से भी ज्यादा है. इसकी क्षमता 1 लाख टन से ज्यादा बताई गई है. इस पर एक साथ 70 फाइटर जेट ले जाया जा सकता है. इसे चलाने के लिए 4500 नौसैनिक लगातार काम करते हैं. इसकी रफ्तार 56 किमी प्रति घंटा है. इसी तरह अमेरिका का दूसरा सबसे बड़ा जंगी जहाज आइजनहावर साल 1977 से तैनात है. इसने खाड़ी युद्ध में अहम भूमिका निभाई है. इसमें एक साथ 56 फाइटर जेट और हेलीकॉप्टर तैनात किए जा सकते हैं. थ्रीडी रडार से लैस इस जंगी जहाज में टारगेट को इंटरसेप्ट करके नष्ट करने की क्षमता है.
समंदर में पूरी तरह मुस्तैद है इजरायली नौसेना
अमेरिका ने लेबनान, ईरान और सीरिया को हमास और इजरायल के बीच हो रही जंग में शामिल होने से रोकने के लिए इन दोनों जंगी जहाजों को भेजा है. दूसरी तरफ इजरायली नौसेना भी समंदर में पूरी तरह मुस्तैद है. समंदर के रास्ते किसी भी तरह की घुसपैठ रोकने के लिए पुख्ता तैयारी कर चुकी है. संदिग्ध आतंकवादियों को देखते ही उन पर लगातार गोलियां बरसा रही है. इजरायल एक-एक करके हमास के आतंकियों के कमांडरों को ढेर कर रहा है. उसके विमानों ने राफा ब्रिगेड में हमास के एक कमांडर मुहम्मद अबू शामला को ढेर कर दिया. इस आतंकी के घर का इस्तेमाल नौसैनिक हथियारों को जमा करने के लिए किया जा रहा था.