रायपुर। वर्तमान समय में धर्मांतरण एक बड़ा मुद्दा बन चुका है एक तरफ धर्मांतरण करने का कुछ अल्पसंख्यक धर्म प्रयास कर रहे हैं तो दूसरी तरफ बहुसंख्यक समाज के सामाजिक कार्यकर्ता धर्मांतरण को रोकने का प्रयास कर रहे हैं। राजनांदगांव रिद्धि सिद्धि स्थित कॉलोनी केरला समाज भवन में धर्मांतरण का मामला सामने आया है। केरल समाज के भवन में बहुत दिनों से धर्म परिवर्तन संबंधी कुछ संदिग्ध गतिविधियां चल रही थी। जिसकी बाद कॉलोनी वालों की शिकायत के बाद बजरंग दल और वार्ड नंबर 45 के पार्षद और अन्य हिंदू संगठन नेता केरल समाज भवन पहुंचकर धर्मांतरण संबंधी गतिविधियों को बंद कराया और पुलिस को शिकायत की गई है।
इस मामले को लेकर वार्ड नंबर 45 रिद्धि सिद्धि स्थित केरला के पार्षद गगन ने बताया कि बहुत दिनों से शिकायत मिल रही थी। वहां एक भगवान विशेष का जोर-जोर से पूजा की जाती थी जिससे कॉलोनी निवासी और बच्चे घबराए थे। यहां जमकर कर शोर होता था। जिसमें अन्य धर्म के भी लोग शामिल थे। पार्षद ने मामले में धर्म परिवर्तन के लिए गरीबों को पैसे का प्रलोभन देने का आरोप लगाया है।
वहीं विश्व हिंदू परिषद के अरुण गुप्ता ने आरोप लगाते हुए कहा कि भूत प्रेत बाधा के नाम से एक हिन्दू धर्म के भोले भाले लोगो को केरला भवन में लाया जाता था । जिसमें केरल से भी आये कई व्यक्ति शामिल होते है। साथ ही आरोप लगाया कि केरला भवन में भोले भाले व्यक्ति के साथ मारपीट कर बाइबल भी पढ़ाई जाती है और उनको एक ईसाई धर्म को अपनाने के लिए छल कपट के माध्यम से प्रयास किया जाता है। धर्म परिवर्तन के लिए प्रलोभन दिया जाता है। अरुण गुप्ता ने आरोप लगाया है यह विदेशी ताकत है जिसमें राजनांदगांव से लड़ने वाले एक पार्टी के सांसद प्रत्याशी भी शामिल है।
इसके साथ ही मोहल्ले वासी गायत्री साहू ने बताया उनके घर के बाजू में केरला भवन है जहां रोज खूब हल्ला गुल्ला होता है और यीशु मसीह की प्रार्थना होती है। यहां भोले भाले लोगों को बुलाया जाता है और उनका धर्म परिवर्तित कराया जाता है।
वहीं इस मामले को लेकर धर्म परिवर्तन का आरोप प्रभा पर लगा है। प्रभा का कहना है कि हमारी प्रार्थना से लोगों को लाभ पहुंचता है जैसे एक डॉक्टर की दवाई से किसी को लाभ पहुंचता है तो लोग एक दूसरे को बताते हैं। यहां आपने आप लोग हमारे पास अपने इलाज के लिए पहुंचते हैं। इस मामले को लेकर समाज के लोग थाने में पहुंचकर केरल भवन में घुसकर तोड़फोड़ का आरोप लगया है। उन्होंने कहा कि हम केरला भवन आये लोगो की लिए शांति के लिए पूजा करते है। मन की शांति और भूत प्रेत बाधा बघाने के लिए लोग हमसे दूर-दूर से इलाज लेने आते हैं और हमारा काम किसी के धर्म को परिवर्तित करना नहीं है।
इस मामले को लेकर बसंतपुर टीई ने बताया कि हमें मोहल्ले वासी और हिंदू संगठन द्वारा शिकायत मिली थी कि केरला भवन में अंधविश्वास फैला कर भूत प्रेत बाधा भागने के नाम पर ईसाई सभा का आयोजन किया जाता है और वहां पर धर्म परिवर्तन का काम किया जाता है ऐसी शिकायत मिली है।