नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 खत्म होने के बाद पहली बार विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। चुनाव आयोग ने हाल ही में यहां चुनाव की तारीखों का ऐलान किया। जिसके बाद घाटी में चुनावी सरगर्मियां बढ़ गई हैं। जम्मू-कश्मीर में आधे से ज़्यादा मतदान केंद्र, यानी 6,000 से ज़्यादा मतदान केंद्रों को ‘संवेदनशील’ के तौर पर चिह्नित किया गया है। तीन चरणों में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए 1,000 सुरक्षा बल कंपनियां तैनात की जाएंगी।
घाटी में तकरीबन 54 फीसदी मतदान केंद्रों को संवेदनशील घोषित किया गया है। जिसमे से अधिकतर पोलिंग स्टेशन पर पहले चरण में मतदान होना है। सबसे अधिक संवेदनशील मतदान केंद्र दक्षिण कश्मीर में स्थित हैं, जहां हाल ही में उग्रवादी गतिविधियां और आतंकवाद विरोधी अभियान बढ़े हैं।
11838 में से 6458 मतदान केंद्र संवेदनशील
जम्मू-कश्मीर में 11,838 मतदान केंद्रों में से 6,458 को संवेदनशील माना गया है और उन पर कड़ी निगरानी की जरूरत है। दूसरे और तीसरे चरण के लिए करीब 240 स्थानों को भी संवेदनशील घोषित किया गया है। इनमें 90% से अधिक मतदान वाले बूथ या जहां 75% से अधिक वोट एक उम्मीदवार को मिले हैं वो शामिल हैं। ये उन क्षेत्रों को भी कवर करते हैं जहां पिछले चुनावों में चुनावी हिंसा या अनियमितता की खबरें आई थीं।
वेबकास्टिंग का होगा इस्तेमाल
मतदान की निगरानी के लिए चुनाव आयोग 9,200 से ज़्यादा मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग का इस्तेमाल करने की योजना बना रहा है। जम्मू-कश्मीर के सुरक्षा और प्रशासनिक विभागों ने उम्मीदवारों के लिए अतिरिक्त सुरक्षा आवश्यकताओं और हाल ही में हुए आतंकवादी हमलों के कारण 1,000 कंपनियों की तैनाती की जरूरत बताई है।
कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान
वर्तमान में, लगभग 500 कंपनियां पहले से ही जम्मू-कश्मीर में तैनात हैं, जिनमें से अधिकांश पिछले सप्ताह अमरनाथ यात्रा समाप्त होने के बाद से ही बनी हुई हैं। आने वाले दिनों में इस संख्या में वृद्धि होने की उम्मीद है। घाटी के एक करीबी सूत्र ने कहा, “चूंकि पहले चरण में 244 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, इसलिए सुरक्षा बढ़ाने की आवश्यकता है।” प्रत्येक उम्मीदवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए शिफ्ट में काम करने वाले 15-20 कर्मियों को तैनात करना पड़ता है।
अनंतनाग जिले में सबसे अधिक 67 उम्मीदवार हैं, जिसके बाद पुलवामा में 46 उम्मीदवार हैं। डोडा जिले में 34, किश्तवाड़ में 29, शोपियां में 21, कुलगाम में 26 उम्मीदवार हैं जबकि अन्य जिलों में 21 उम्मीदवार हैं। बता दें कि जम्मू कश्मीर में 18 सितंबर को पहले चरण में सात जिलों की 24 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा। 25 सितंबर को दूसरे और 1 अक्टूबर को तीसरे चरण के लिए मतदान होगा। घाटी में सिर्फ 15 दिन के भीतर पूरी चुनावी प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा।