बीजिंग: चीन ने अपने टाइप 071 एम्फीबियस असाल्ट शिप पर लेजर हथियार को तैनात कर दिया है। इसे अमेरिका, भारत समेत कई देशों के लिए खतरे का संकेत माना जा रहा है। इस तरह के हथियारों में अभी तक चुनिंदा देशों को ही महारत हासिल है, जिसमें से अमेरिका भी एक है। कुछ महीने पहले जापान ने भी लेजर हथियार का सफल टेस्ट किया था, लेकिन वह अभी तक इसे अपने किसी युद्धपोत या जमीनी प्लेटफॉर्म पर स्थापित नहीं कर पाया है। लेजर हथियारों की डिमांड आज के समय में काफी ज्यादा बढ़ी है। खासकर, लाल सागर में हूतियों के ड्रोन हमलों के बाद। इन सस्ते ड्रोन को मार गिराने में ये लेजर हथियार बेहद कारगर माने जा रहे हैं।
पहली बार चीनी युद्धपोत पर दिखा लेजर हथियार
द वार जोन की रिपोर्ट के अनुसार, चीन ने अभी तक अपने लेजर हथियारों का अधिकांश इस्तेमाल जमीन पर किया है। यह पहली बार है, जब किसी युद्धपोत पर इसकी तैनाती देखी गई है। हाल ही में सोशल मीडिया पर सामने आई एक तस्वीर में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नेवी (PLAN) के टाइप 071 एम्फिबियस असाल्ट शिप पर एक नया लेजर हथियार दिखाई दे रहा है। यह जहाज कथित तौर पर एक रिफिट से अभी-अभी बाहर निकला है। यह सिस्टम जहाज के धनुष पर 76 मिमी की गन के ठीक पीछे लगा हुआ है। इस्तेमाल नहीं होने की सूरत में यह हथियार एक बड़े गुंबदनुमा कवर के नीचे छिपा होता है।
चीन का टाइप 071 शिप कितना शक्तिशाली
टाइप 075 लैंडिंग हेलीकॉप्टर डॉक के बनने तक टाइप 071 चीनी नौसेना का सबसे बड़ा एम्फीबियस युद्धपोत था। टाइप 071 लगभग 25,000 टन विस्थापन वाला युद्धपोत है। इसमे एक छोटा फ्लाइट डेक भी है। इसके अलावा इस युद्धपोत में चार Z-8 भारी परिवहन हेलीकॉप्टरों के लिए हैंगर स्पेस भी बना हुआ है। इसमें चार एयर-कुशन लैंडिंग क्राफ्ट, लगभग 60 बख्तरबंद लड़ाकू वाहन और 800 सैनिकों की क्षमता भी है। यह अमेरिकी नौसेना के सैन एंटोनियो (LPD-17) क्लास के युद्धपोत के समान है। रिपोर्टों के अनुसार, टाइप 071 पोत को लेजर हथियार के लिए एक टेस्टिंग प्लेटफॉर्म के रूप में चुना गया है। अगर यह टेस्ट सफल रहा तो लेजर हथियार को दूसरे युद्धपोतों पर भी तैनात किया जा सकता है।
अमेरिका की कॉपी लग रहा चीनी लेजर हथियार
चीनी लेजर हथियार देखने में अमेरिका नौसेना के इस्तेमाल किए जाने वाले लेजर हथियार के बहुत ही समाना है। अमेरिकी नौसेना ने सैन एंटोनियो क्लास लैंडिंग प्लेटफ़ॉर्म डॉक USS पोर्टलैंड पर लेजर वेपन को तैनात किया है। इसे पहली बार 2019 के अंत में देखा गया गया था। मई 2020 में यूएसएस पोर्टलैंड ने अपने लेजर हथियार के जरिए एक छोटे ड्रोन को सफलतापूर्वक नीचे गिराने का दावा भी किया था। USS पोर्टलैंड पर लेज़र हथियार को औपचारिक रूप से लेज़र वेपन सिस्टम डेमोंस्ट्रेटर (LWSD) Mk 2 मॉड 0 के रूप में जाना जाता है और इसे नॉर्थ्रॉप ग्रुम्मन द्वारा विकसित किया गया था।