नई दिल्ली: अदाणी ग्रुप पर अमेरिकी न्याय विभाग की जिस रिपोर्ट को लेकर विपक्ष लगातार पांचवें दिन से संसद में हंगामा कर रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने खुद उसी अमेरिकी न्याय विभाग का मखौल उड़ाया है. बाइडेन ने अपने बेटे हंटर बाइेडन (Hunter Biden) की सजा को माफ कर दिया है. हंटर बाइडेन अवैध तरीके से बंदूक रखने और टैक्स चोरी के मामले में सजा का सामना कर रहे थे. इस बीच बिजनेस कंसल्टेंट सुहेल सेठ ने हंटर बाइडेन को बिना शर्त माफी देने और अदाणी मामले को लेकर अमेरिका के ज्यूडिशियरी सिस्टम पर सवाल उठाए हैं. सुहेल सेठ ने इसे राजनीतिक दखल का नतीजा करार दिया है.
सुहेल सेठ ने सोमवार को कोलकाता में न्यूज एजेंसी ANI से कहा, “जो बाइडेन ने खुद कहा था कि अमेरिकी न्याय प्रणाली राजनीति से संक्रमित है. अब कौन इस सिस्टम पर भरोसा करेगा?” सेठ ने कहा, “बाइडेन के बयान से साफ जाहिर होता है कि अमेरिकी न्यायपालिका में राजनीति का गहरा प्रभाव है. अगर राष्ट्रपति बाइडेन खुद इस व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं, तो सामान्य नागरिकों को कैसे विश्वास हो सकता है?”
न्याय विभाग बना पूरी तरह से हथियार
सुहेल सेठ ने कहा, “अमेरिका का न्याय विभाग अब पूरी तरह से राजनीतिक प्रभाव में काम कर रहा है. खास तौर पर डोनाल्ड ट्रंप के मामले में इसके यू-टर्न के बाद चीजें सामने आ रही हैं. अमेरिकी न्याय विभाग को पूरी तरह से हथियार बना दिया गया है. हमने देखा कि ट्रंप के मामले में क्या हुआ. अब उस जज ने भी केस वापस ले लिया है. मामला पूरी तरह से गड़बड़ लगता है.”
अदाणी ग्रुप के मामले पर भी सुहेल सेठ ने यह कहते हुए सवाल उठाए कि अमेरिकी अभियोजकों का हड़बड़ी में कार्यवाही करना भारत की हालिया आर्थिक सफलता के खिलाफ राजनीतिक उद्देश्य को दर्शाता है. सेठ ने कहा, “राष्ट्रपति बाइडेन को लगता है कि उनके बेटे के खिलाफ किया गया व्यवहार अनुचित था, तो फिर वह अन्य भारतीय कंपनियों और उनके खिलाफ अमेरिकी न्याय व्यवस्था के फैसलों के बारे में कैसे न्यायसंगत हो सकते हैं? फिर चाहे वह अदाणी हो या कोई और बिजनेस ग्रुप…”
अमेरिकी न्याय प्रणाली की हालत पर दिया जोर
सुहेल सेठ ने अमेरिकी न्याय प्रणाली की विडंबना पर जोर दिया. उन्होंने कहा, “अमेरिकियों को समझना चाहिए कि वे एक ऐसे गणराज्य में जी रहे हैं, जिसका साम्राज्य टूट रहा है.”
बेटे हंटर को माफी देते हुए बाइडेन ने दिए ये तर्क
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रविवार को अपने बेटे हंटर बाइडेन के लिए माफी पर साइन किए थे. इस माफी का मतलब यह है कि हंटर बाइडेन को अब सजा नहीं मिलेगी. साथ ही उनके जेल जाने की संभावना भी खत्म हो गई है. बाइडेन ने अपने बेटे के खिलाफ आरोपों पर यह तर्क दिया कि इसी तरह के मामलों में अन्य लोगों को आमतौर पर गैर-आपराधिक समाधान मिलते हैं.
बाइडेन ने यह भी स्पष्ट किया कि वह न्याय विभाग के निर्णयों में दखल नहीं देंगे, लेकिन उनका मानना है कि उनके बेटे हंटर बाइडेन पर चुनिंदा और अनुचित तरीके से मुकदमा चलाया गया. इसलिए उन्हें आगे आकर अपना फैसला लेना पड़ा.