पिथौरागढ़ : उत्तराखंड में युवा नशे की गिरफ्त में तेजी से आ रहे हैं। युवाओं को नशे के दलदल से बाहर निकालने और नशा तस्करों पर कार्रवाई करने के लिए जिला स्तर पर संयुक्त एक्शन प्लान तैयार किया जा रहा है। जिलाधिकारी पिथौरागढ़ डा. आशीष चौहान ने इसके लिए समाज कल्याण से जुटे विभागों के अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने युवाओं एवं जनमानस में बढ़ती नशे की प्रवृत्त्ति पर चिंता जताई। इसके साथ ही स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, पुलिस और आबकारी विभाग के अधिकारियों को युवा पीढ़ी को नशे से दूर रखने के लिए प्रभावी कार्ययोजना बनाने का निर्देश दिया। इसके लिए संयुक्त एक्शन प्लान तैयार करने केा कहा है।
डीएम ने कहा कि जिला स्तर पर नशा उन्मूलन के लिए एक कमेटी का गठन किया जाए । उन्होंने कहा कि एक नोडल अधिकारी नियुक्त करते हुए नशे के शिकार लोगों की काउंसलिंग के साथ ही उनका पुनर्वास किया जाए। नशे के अवैध कारोबार में शामिल लोगों की धर पकड़ की जाए।इस मौके पर डीएम ने 72 घंटे के भीतर जिले के प्रत्येक मेडिकल स्टोर पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए।
शराब की दुकानों पर सीसीटीवी रिकार्डिग की जांच करते हुए शराब खरीने वाले नाबालिगों को चिन्हित किया जाए। ऐसे नाबालिगों की मनोचिकित्सक के माध्यम से कांउसलिंग की जए। जनपद में संचालित वन स्टाप सेंटर के माध्यम से भी महिलाओं में ड्रग्स एडिक्शन पर नजर रखी जाए। जिले के सभी विद्यालयों से सौ मीटर की परिधि में तंबाकू , गुटखे की सभी दुकानों को चिन्हित कर इसकी जानकारी उपलब्ध कराई जाए। बैठक में जिला प्रोबेशन अधिकारी संजय गौरव, पुलिस क्षेत्राधिकारी महेश चंद्र जोशी, एसीएमओ डा. हेमंत मर्तोलिया सहित सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।