भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के बैरागढ़ इलाके में लोकायुक्त पुलिस ने बुधवार को शिक्षा विभाग के जूनियर ऑडिटर रमेश हिंगोरानी के घर और अन्य ठिकानों पर छापेमारी की। हिंगोरानी पर आय से अधिक संपत्ति के गंभीर आरोप थे, जिसकी पुष्टि छापेमारी में मिली संपत्तियों से होती है। लोकायुक्त की टीम ने हिंगोरानी के बैरागढ़ स्थित बंगले के अलावा उनके गांधीनगर में स्थित हायर सेकेंडरी स्कूल, किरण प्रेरणा स्कूल और एक मैरिज गार्डन सहित कुल 6 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की।
जांच में अब तक 70 लाख रुपये की ज्वेलरी, कई लग्जरी कारें, और नकदी बरामद हुई है। नकदी इतनी अधिक थी कि उसे गिनने के लिए मशीनें मंगवानी पड़ीं। लोगाकायुक्त पुलिस की तरफ से जारी बयान में अभी तक करोड़ों रुपए की संपत्ति होने की बात कही गई है। अभी लोकायुक्त पुलिस की नगदी की गिनती करने की बात कही जा रही है।
लग्जरी गाड़ियां और ज्वेलरी
छापेमारी में हिंगोरानी के पास से क्रेटा और स्कॉर्पियो जैसी 4 लग्जरी कारें, 1 किलो से अधिक सोना और हीरे की ज्वेलरी भी बरामद हुईं। इसके अलावा उनके घर और अन्य ठिकानों से 5 महंगे दोपहिया वाहन भी पाए गए हैं। रमेश हिंगोरानी, उनके बेटे योगेश और नीलेश पर भोपाल के गांधीनगर इलाके में करोड़ों की सरकारी जमीन पर कब्जा करने और उसे बेचने के भी आरोप हैं। दो साल पहले प्रशासन ने उनकी एक अवैध रूप से बनाई गई मैरिज गार्डन को ध्वस्त कर दिया था।
शिक्षा संस्थान संचालन में गड़बड़ी
रमेश हिंगोरानी और उनके बेटे ‘लक्ष्मी देवी विकयोमल सराफा एजुकेशन सोसाइटी’ के तीन स्कूल चलाते हैं। शिकायतों के अनुसार, हिंगोरानी ने अपने बेटों को बिना योग्यता के इन स्कूलों का संचालक बना रखा है, और उन्हें मोटी तनख्वाह दी जा रही है। सरकारी नियमों के अनुसार, सरकारी कर्मचारी किसी भी लाभ के पद पर नहीं रह सकते, लेकिन हिंगोरानी इस नियम का उल्लंघन कर रहे थे।
रियल एस्टेट में निवेश और अन्य आरोप
लोकायुक्त को यह भी जानकारी मिली है कि हिंगोरानी परिवार ने रियल एस्टेट में भारी निवेश किया है। इसके अलावा, उनके बेटे मोहित हिंगोरानी पर नाबालिग के साथ दुष्कर्म का मामला भी दर्ज हो चुका है।