करौली l राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की ओर से सोमवार को राजस्थान पुलिस के एक थानेदार और एक एएसआई को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। पहली कार्रवाई जयपुर के कोटखावदा में हुई। यहां जयपुर एसआईयू इकाई ने कार्रवाई करते हुये कोटखावदा थानाधिकारी जगदीश तंवर को परिवादी से 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। वहीं दूसरी कार्रवाई करौली में हुई। यहां जयपुर शहर-द्वितिय इकाई ने नादौती पुलिस के सहायक उप निरीक्षक (ASI) निहाल सिंह dks परिवादी से 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
करौली: केस में मुलजिम न बनाने के मांगे 55 हजार
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक भगवान लाल सोनी के अनुसार एसीबी की जयपुर शहर-द्वितिय इकाई को परिवादी ने शिकायत दी थी। इसमें थाना नादौती में दर्ज चोरी के प्रकरण में उसे मुलजिम नहीं बनाने की एवज में अनुसंधान अधिकारी निहाल सिंह सहायक पर 55 हजार रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगाया गया। जिस पर एसीबी की जयपुर शहर-द्वितिय इकाई के अति. पुलिस अधीक्षक राजपाल गोदारा के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन किया गया। इसके बाद अभिषेक पारीक उप अधीक्षक पुलिस, प्रीति चेंची पुलिस निरीक्षक, भंवरसिंह पुलिस निरीक्षक मय टीम ने ट्रेप कार्यवाही करते हुये निहाल सिंह को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। आरोपी ने परिवादी से 10 हजार रुपये रिश्वत राशि ली थी।
थानाधिकारी ने लिये 50 हजार
जयपुर के कोटखावदा थानाधिकारी के खिलाफ शिकायत के बाद एसीबी की जयपुर एसआईयू इकाई ने जांच की। परिवादी ने बताया था कि उसके विरूद्ध दर्ज प्रकरण में उसकी गिरफ्तारी के वक्त उससे रिश्वत की मांग की गई थी। अब उसके अन्य परिजनों की गिरफ्तारी होने पर उनका पुलिस रिमांड नहीं लेने तथा तुरन्त न्यायालय में पेश करने की एवज में रिश्वत मांगी गई। थानाधिकारी जगदीश तंवर पर 50 हजार रुपये की रिश्वत राशि की मांग कर परेशान करने का अरोप लगा।
मामला सच निकला तो ट्रैप कार्रवाई, रंगे हाथों गिरफ्तार
एसीबी की जयपुर एसआईयू इकाई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बजरंग सिंह के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन किया गया। इसके बाद कमल नयन उप अधीक्षक पुलिस मय टीम ने ट्रेप कार्यवाही करते हुये थानाधिकारी जगदीश तंवर को परिवादी से 50 हजार रुपये की रिश्वत राशि लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक दिनेश एमएन के निर्देशन में आरोपी के निवास एवं अन्य ठिकानों पर तलाशी जारी है। एसीबी की ओर से मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जायेगा।
खबर इनपुट एजेंसी से