पटना: 9वीं बार नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उनके साथ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी एवं नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली. मंत्रियों में बीजेपी से डॉ प्रेम कुमार, जदयू से विजय कुमार चौधरी श्रवण कुमार एवं बिजेंद्र प्रसाद यादव, हम पार्टी से संतोष कुमार सुमन एवं निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह आदि शामिल हैं.
नीतीश कुमार ने एकबार फिर महागठबंधन से नाता तोड़कर एनडीए में वापसी की है. बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर वह नौवीं बार शपथ ली. उन्होंने सीएम रहते खुद पांचवीं बार इस्तीफा देकर फिर से सीएम बने हैं.
कुशवाहा जाति से हैं सम्राट चौधरी
बिहार की राजनीति में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले सम्राट चौधरी को विधायक दल का नेता चुना गया. उनका जन्म 16 नवंबर 1968 को बिहार के मुंगेर जिले के तारापुर विधानसभा क्षेत्र में स्थित लखनपुर गांव में हुआ था. सम्राट चौधरी की उम्र 54 साल है. वह कोइरी (कुशवाहा) जाति के हैं. उनके पिता शकुनी चौधरी खगड़िया से एमपी थे. समता पार्टी के संस्थापक सदस्यों से एक हैं. पत्नी ममता चौधरी एक साथ एक बेटा एवं एक बेटी हैं.
इंजीनियरिंग छोड़ विजय सिन्हा ने चुनी राजनीति
भूमिहार जाति के विजय कुमार सिन्हा इंजीनियरिंग छोड़कर राजनीति का चयन किया है. आरएसएस के पुराने कार्यकर्ता रहे हैं. इनका जन्म लखीसराय के तिलकपुर में 5 जून 1967 को हुआ था. वह विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं और मंत्री भी थे. वह बिहार की राजनीति के जाने-माने व्यक्तित्व माने जाते हैं. फिलहाल वह विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी निभा रहे थे.
प्रेम कुमार लगातार 30 साल से हैं विधायक
प्रेम कुमार पिछले 30 सालों से गया शहर विधानसभा क्षेत्र से विधायक निर्वाचित होते रहे हैं. लालू यादव के ओबीसी राजनीति के काट के रूप में बीजेपी ने प्रेम कुमार को उतारा है. प्रेम कुमार चंद्रवंशी समाज से हैं. मगध विश्वविद्यालय से इतिहास में पीएचडी हैं. प्रेम कुमार ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्य के रूप में छात्र राजनीति में कदम रखा था. 1990 में पहली बार विधायक बने ते. 2005 से 2008 तक लोकस्वास्थ्य विभाग, 2008- 2010 तक लोक निर्माण विभाग, 2010 से 2013 तक नगर विकास विभाग, 2015 से 2017 तक विपक्ष के नेता और 2017 से 2020 तक कृषि, पशुपालन और मत्स्य मंत्री रहे.
विजय कुमार चौधरी हैं भूमिहार जाति के
विजय कुमार चौधरी का जन्म 8 जनवरी 1957 को बिहार के समस्तीपुर जिले में एक भूमिहार परिवार में हुआ. उन्होंने पहले बिहार विधानसभा के अध्यक्ष, बिहार विधानसभा में जनता दल (यूनाइटेड) विधायक दल के नेता और शिक्षा, जल संसाधन, ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य इंजीनियरिंग, सूचना और जनसंपर्क मंत्री का पद संभाला है, बिहार सरकार में कृषि, पशु और मछली संसाधन मंत्रालय उनके पास रह चुके हैं. चौधरी ने प्रभारी गृह मंत्री के रूप में कार्य किया और बिहार विधान सभा में गृह मामलों पर सरकार का रुख रखा. एक कुशल प्रशासक और स्वच्छ छवि वाले मृदुभाषी व्यक्ति के रूप में जाने जाने वाले, वह नीतीश कुमार के करीबी विश्वासपात्र हैं.
बिजेंद्र प्रसाद यादव 10 बार रह चुके हैं मंत्री
बिजेंद्र प्रसाद यादव जनता दल (यूनाइटेड) के सदस्य हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अधीन राज्य के ऊर्जा, योजना और विकास के कैबिनेट मंत्री थे. वह 1990 से सुपौल के निवर्तमान प्रतिनिधि रहे हैं. 77 साल के बिजेंद्र प्रसाद यादव का जन्म सुपौल जिले के एक यादव परिवार में हुआ था. उनके पिता गांव के मुखिया थे. वह 1967 में राजनीति में आये.1990 में पहली बार विधायक चुने गए थे. अब तक 10 बार बिहार सरकार में मंत्री रह चुके हैं.
श्रवण कुमार का राजनीतिक करियर
श्रवण कुमार की उम्र 61 साल है. जेपी आंदोलन से राजनीतिक करियर शुरू किये थे. 1995 में पहली बार नालंदा विधानसभा से चुनाव जीते थे और इसके बाद से लगातार जीत हासिल कर रहे हैं.
जीतन राम के पुत्र सुमन मांझी फिर बने मंत्री
जीतन राम मांझी के पुत्र संतोष संतोष सुमन मांझी फिर से बिहार सरकार में मंत्री बनाए गए हैं. इसके पहले भी वह वर्तमान बिहार सरकार में लघु सिंचाई, अनुसूचित जाति और जनजाति कल्याण मंत्री रह चुके थे. वह हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा का प्रतिनिधित्व करते हैं.