नई दिल्ली: आज हम बात करेंगे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की एक ऐसी खास उपलब्धि के बारे में जिसने भारतीय क्रिकेट इतिहास को नया मोड़ दिया। इस सीरीज में कई भारतीय बल्लेबाजों ने शानदार पारी खेली हैं, जिनमें से दोहरे शतक लगाने वाली पारियां इतिहास का हिस्सा बन चुकी हैं।
साल 2001 में वीवीएस लक्ष्मण ने कोलकाता के ईडन गार्डन में 281 रन बनाकर शानदार प्रदर्शन किया। इस पारी को अक्सर टेस्ट क्रिकेट के इतिहास की सबसे बेहतरीन पारियों में से एक के रूप में याद किया जाता है।
द्रविड़ को ऐसे ही नहीं कहा जाता क्रिकेट की दीवार
दो साल बाद 2003 में, राहुल द्रविड़ ने एडिलेड में 233 रन बनाकर अपने कौशल का प्रदर्शन किया, जिससे भारतीय क्रिकेट की “दीवार” के रूप में उनकी प्रतिष्ठा और मजबूत हुई।
सचिन तेंदुलकर का रहा है दबदबा
सचिन तेंदुलकर का बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में योगदान बहुत शानदार है। 2004 में उन्होंने सिडनी में नाबाद 241 रन बनाए थे, जिसमें उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों पर अपनी महारत दिखाई थी। 2010 में बैंगलोर में 214 रनों की एक और शानदार पारी के साथ उन्होंने अपनी चमक जारी रखी।
यहां देखें दोहरा शतक जड़ने वाले भारतीय खिलाड़ियों की लिस्ट
- 2001 – कोलकाता के ईडन गार्डन में वीवीएस लक्ष्मण ने 281 रनों की पारी खेली थी।
- 2003 – एडिलेड में राहुल द्रविड़ ने 233 रनों की पारी खेली थी।
- 2004 – सिडनी में सचिन तेंदुलकर ने नाबाद 241 रन बनाए थे।
- 2008 – दिल्ली में गौतम गंभीर ने 206 रनों की पारी खेली थी।
- 2008 – दिल्ली में वीवीएस लक्ष्मण ने नाबाद 200 रन बनाए थे।
- 2010 – बेंगलुरु में सचिन तेंदुलकर के बल्ले से 214 रनों की पारी निकली थी।
- 2013 – चेन्नई में एमएस धोनी ने 224 रनों की कमाल की पारी खेली थी।
- 2013 – हैदराबाद में चेतेश्वर पुजारा ने 204 रन बनाए थे।
- 2017 – रांची में चेतेश्वर पुजारा ने 202 रनों की शानदार पारी खेली थी।
22 नवंबर से शुरू होगा महामुकाबला
भारत, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए पांच टेस्ट मैचों की सीरीज़ के उद्घाटन मैच में ऑस्ट्रेलिया से भिड़ने के लिए तैयार है। यह बहुप्रतीक्षित मुकाबला 22 नवंबर को ऑस्ट्रेलिया के पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में शुरू होने वाला है।