कोरोना महामारी के कारण देश लॉक डॉउन में चला गया। ऐसे में प्रवासी मजदूर और छात्र के अलावा कई लोग अलग अलग जगह पर फंसे रह गए। लॉक डॉउन में दिक्कतों को झेलते हुए भी इन लोगों को घर लौटने की तमन्ना थी। सैकड़ों लोग पैदल या साईकिल से ही घर की ओर चल दिए थे। केंद्र सरकार ने इस दिशा में फैसला लेते हुए राहत दी है। सरकार ने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे हुए प्रवासी मजदूर, छात्र और पर्यटक अपने घरों को जा सकते हैं। केंद्र के इस फैसले के बाद बिहार सरकार कोटा में फंसे छात्रों और देश के विभिन्न राज्यों में फंसे मजदूरों को लाने की दिशा में काम कर रही है। बाहर से छात्रों और प्रवासी मजदूरों को लाने की प्रक्रिया के संबंध में मुख्य सचिव बैठक कर रहे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि बिहार की सीमा पर सभी की स्क्रीनिंग होगी। जांच के बाद उन्हें होम क्वारैंटाइन में रखा जाएगा। वहीं दूसरे राज्यों से भी बात कर लोगों को भेजने की प्रक्रिया को तेज करने की कवायद जारी है।