बक्सर : बिहार के बक्सर जिले में इन दिनों निगरानी विभाग की जबरदस्त छापेमारी चल रही है। जिले में काली कमाई के कुबेरों की संख्या बढ़ गई है। ये लोग भ्रष्टाचार से अकूत संपत्ति अर्जित कर सरकार को करोड़ों के राजस्व का चूना लगा रहे हैं। ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों पर निगरानी विभाग ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। ताजा मामला भवन निर्माण विभाग के इंजीनियर के आवास पर देर रात हुई कार्यवाई का है। भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता संजीत कुमार के बक्सर स्थित आवास पर देर रात निगरानी विभाग की टीम ने छापेमारी की है। छापेमारी करने आई टीम नगर थाना क्षेत्र के चरित्रवन स्थित आवास पर बेहद ही गोपनीय तरीके से छापेमारी की।
गिरफ्तार है आरोपी इंजीनियर
बताया जा रहा कि ठेकेदार से 2 लाख रुपये का नजराना लेने के दौरान निगरानी की टीम ने धनकुबेर कार्यपालक अभियंता को गिरफ्तार किया था। निगरानी ब्यूरो ने भवन निर्माण विभाग सेंट्रल डिवीजन के कार्यपालक अभियंता संजीत कुमार को 2 लाख रुपया लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। जिसके बाद निगरानी विभाग की टीम देर रात बक्सर पहुची। विभाग की टीम ने आरोपी के चरित्रवन स्थित आवास पर छापेमारी की, जहां से कैश के साथ नगदी से संबंधित कई दस्तावेज बरामद किये गए।
पटना स्थित आवास पर छापेमारी
घूसखोर इंजीनियर के पटना स्थित आवास पर छापेमारी के दौरान दो बैग भी मिले हैं। जब दोनों बैग को खोला गया तो टीम अवाक रह गई। दोनों बैग में 2000 और 500 के नोट ठूंस-ठूंस कर रखे गए थे। बैग में रखे रुपयों के करीब 2 करोड़ होने का अनुमान है। भ्रष्ट अभियंता ने ठेकेदार से 6 लाख रुपये रिश्वत की मांग की थी, लेकिन सौदा 2 लाख में तय हुआ। निगरानी ब्यूरो ने सत्यापन के बाद उस भ्रष्ट अभियंता को गिरफ्तार कर लिया।
इंजीनियर के घर छापेमारी
बक्सर स्थित घूसखोर इंजीनियर के आलीशान मकान में सन्नाटा पसरा हुआ है। मुहल्ले में किसी से कोई खास रिश्ता नही रखने वाले परिवार के घर छापेमारी से लोग हतप्रभ हैं। आम चर्चा है कि चरित्रवन इलाके में सबसे खूबसूरत दिखने वाला मकान मालिक काला धन का मालिक है। घूसखोर इंजीनियर के आवास में उनके पिता कपिलदेव प्रसाद ने बताया कि देर रात करीब दो बजे एक टीम आई थी। उनके पुत्र के कमरे की चाभी उनके पास नहीं होने पर पूरे घर की तलाशी के बाद, टीम ने उस कमरे का ताला तोड़ कर जांच की। एक सीजर बना कर उस पर उनका हस्ताक्षर ले कर गई हैं। इंजीनियर के पिता बताते है कि घर का कोई सामान नहीं ले गई है। मैं कुछ समझ नहीं पाया हूं कि क्या हुआ है।